अलीगढ़ में पहली बार सड़क पर नहीं हुई नमाज, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने माना योगी सरकार का आदेश;

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अलीगढ़ में पहली बार सड़क पर नहीं हुई नमाज, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने माना योगी सरकार का आदेश; पुलिस ने बनाई थी ऐसी रणनीति
नमाजियों ने बताया कि आज जिस तरह से ईदगाह पर नमाज हुई है, पुलिस का बढ़िया इंतजाम था। दो दफे में नमाज हुई है। पहली सुबह 6:30 बजे थी और दूसरी सवा 7 बजे।
अलीगढ़ में बकरीद पर मस्जिदों में दो शिफ्ट में नमाज पढ़ी गई
अलीगढ़ में आज कई जगहों पर ईद की नमाज पढ़ी गई जिसमें शाहजमाल स्थित ईदगाह और ऊपरकोट जामा मस्जिद पर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ जब आज सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी गई। पुलिस ने इसको लेकर पर्याप्त इंतजाम किए हुए थे। शहर मुफ्ती की तरफ से भी सड़क पर नमाज ना पढ़ने की लोगों से अपील की गई थी। पुलिस ने सभी नमाजियों को आज मस्जिद के अंदर कर दिया और किसी को भी सड़क पर नमाज नहीं पढ़ने दिया। पुलिस ने अपने वाहनों को भी सड़क पर इस तरह से खड़ा किया था ताकि नमाजी वहां पर इकट्ठे ना हो। ज्यादा भीड़ को देखते हुए आज अलीगढ़ में नमाज दो शिफ्ट में पढ़ी गई। इसके लिए प्रशासन ने मोहल्लेवार लोगों को पहले सूचना दे दी थी कि किस मोहल्ले की नमाज किस शिफ्ट में पढ़ी जाएगी ताकि लोगों को समस्या ना हो।
अलीगढ़ के अपर जिलाधिकारी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि यह व्यवस्था पुलिस प्रशासन, ईदगाह कमेटी के लोगों के सहयोग से और मुफ्ती साहब की अपील से हुआ। नई व्यवस्था में दो शिफ्ट में नमाज अपने ईदगाह में कराई गई है और दो शिफ्ट में जैसा कि आप देख रहे हैं कि पर्याप्त लोगों को मोहल्लेवार बताया गया कि इस मोहल्ले के लोग पहली शिफ्ट में आएंगे और यहां वाले दूसरी शिफ्ट में आएंगे। उन अपीलों का असर रहा सभी लोगों का सहयोग मिला। आपस में संवाद बना रहा और उसी का सकारात्मक असर है कि आज सड़क पर नमाज नहीं हुई है।

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