जम्मू-कश्मीर में 43 लाख रुपये की बिरयानी खा गए

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जम्मू-कश्मीर में 43 लाख रुपये की बिरयानी खा गए खिलाड़ी और अधिकारी? जानिए पूरा मामला
जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल की तरफ से कश्मीर डिवीजन को 50 लाख रुपये दिए गए थे। इस 50 लाख रुपये के बजट में से 43 लाख का इस्तेमाल दिखाया गया लेकिन जब जांच की गई तो राज से पर्दा उठ गया।
जम्मू-कश्मीर में 43 लाख का बिरयानी घोटाला’मुगल दरबार’ से 43 लाख रुपये की बिरयानी खरीदीजांच की गई तो राज से उठा पर्दा, फर्जी निकला बिल
जम्मू-कश्मीर में हैरान कर देने वाला बिरयानी घोटाला सामने आया है। जम्मू-कश्मीर फुटबॉल एसोसिएशन (JKFA) ने 43 लाख रुपये में बिरयानी खरीदी थी जिसे कभी किसी ने नहीं देखा और ना ही खाया। जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अपनी जांच में इस बात का खुलासा किया है। जांच में पता चला कि जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल की तरफ से कश्मीर डिवीजन को 50 लाख रुपये दिए गए थे। इस 50 लाख रुपये के बजट में से 43 लाख का इस्तेमाल दिखाया गया लेकिन जब जांच की गई तो राज से पर्दा उठ गया। दलील में बताया गया था कि एसोसिएशन ने युवाओं के लिए जलपान के रूप में एक स्थानीय भोजनालय ‘मुगल दरबार’ से 43 लाख रुपये की बिरयानी खरीदी लेकिन जांच में बिल फर्जी पाया गया।जिस दुकान की रसीद दिखाई, वह कभी मौजूद ही नहीं थी
एसीबी के एक सूत्र ने कहा, किसी ने उस बिरयानी को कभी नहीं देखा या खाया, जिसके लिए एसोसिएशन ने मुगल दरबार को 43 लाख रुपये देने का दावा किया था। यह बिल फर्जी निकला है। सूत्र ने कहा, बेमिना नाम की स्टेशनरी और हार्डवेयर की एक दुकान से 1,41,300 रुपये की रसीद दिखाई गई। जांचकर्ताओं ने पाया है कि दुकान कभी मौजूद ही नहीं थी।खाने में नहीं दी गई बिरयानी
मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में खेलो इंडिया और मुफ्ती मेमोरियल गोल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के फुटबॉल मैच के आयोजन के लिए पैसा दिया गया था। फुटबॉल संघ के अधिकारियों ने इस मैचों के आयोजन के दौरान जिले की टीम को खाने में बिरयानी देने के नाम पर मुगल दरबार, पोलो व्यू श्रीनगर जैसे रेस्टोरेंट को 43,06,500 रुपए दिए। लेकिन जांच में पता चला कि पूरे कश्मीर में किसी भी जिले में किसी भी टीम को खाने के लिए बिरयानी नहीं दी गई।
सभी बिलों पर एक ही शख्स की लिखावट
वहीं, आपको बता दें कि जांच में आगे यह भी पता चला है कि इन सभी बिलों पर एक ही शख्स की लिखावट है, इस तरह ये यह जाली साबित हुए। एसीबी के अधिकारियों के अनुसार सोपोर के मुश्ताक अहमद भट द्वारा एक शिकायत दर्ज कराने के बाद ब्यूरो द्वारा जांच की गई। इस शिकायत में आरोप था कि जम्मू-कश्मीर खेल परिषद और अन्य सरकारी और अर्ध-सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रदान किए गए धन में घोटाला किया गया है जिसकी जांच की जानी बाकी है। एसीबी सूत्रों ने बताया कि जेकेएफए के अध्यक्ष जमीर ठाकुर, कोषाध्यक्ष एसएस बंटी, मुख्य कार्यकारी फैयाज अहमद और एसए हमीद पर जालसाजी और आपराधिक साजिश से संबंधित आपराधिक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

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