चौथी लहर की आशंका के बीच कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। आगरा मंडल के कमिश्नर अमित गुप्ता की पत्नी डॉ. प्रीति गुप्ता, उनकी आठ वर्षीय पुत्री के अलावा पूर्व भाजपा सांसद भगवान शंकर रावत के पुत्र ब्रजेश रावत समेत 18 कोरोना मरीज बुधवार को मिले हैं। पिछले 24 घंटे में 3114 लोगों की जांच की गई है। एक मरीज ठीक भी हुआ है।
कमिश्नर अमित गुप्ता ने बताया कि जांच के लिए उन्होंने भी अपना सैंपल दिया है। पत्नी व पुत्री दोनों स्वस्थ हैं। कोरोना के लक्षण नहीं हैं। दोनों होम आइसोलेट हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि कमिश्नर आवास पर एक 36 वर्षीय युवक में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
पूर्व भाजपा सांसद के पुत्र भी संक्रमित
दूसरी तरफ जयपुर हाउस निवासी पूर्व भाजपा सांसद भगवान शंकर रावत के पुत्र 52 वर्षीय ब्रजेश रावत की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ब्रजेश रावत खंदारी स्थित सेठ पदमचंद प्रबंधन संस्थान के निदेशक हैं। इनके अलावा दयालबाग निवासी एक परिवार में 52 वर्षीय मां एवं 28 वर्षीय पुत्र भी संक्रमित हुए हैं। बुधवार को दयालबाग में तीन नए मरीज मिले हैं। इस क्षेत्र में अब दस सक्रिय मरीज हैं। देहली गेट स्थित 58 वर्षीय चिकित्सक, पिनाहट निवासी 28 वर्षीय युवक में वायरस मिला है।
दयालबाग, कमला नगर नए हॉटस्पॉट
ताजनगरी में दयालबाग व कमला नगर नए हॉटस्पॉट बन गए हैं। दोनों क्षेत्रों में 15 से अधिक सक्रिय मरीज हैं। इनके अलावा सिकंदरा, शाहगंज, विजय नगर, जीवनीमंडी, मोतीलाल नेहरू रोड भी कोरोना के मरीज मिल चुके हैं। संक्रमण नियंत्रण के लिए पहले की तरह कन्टेन्मेंट जोन व्यवस्था खत्म हो गई है। संक्रमित के संपर्क में आए लोग घर के बाहर घूम रहे हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि हॉटस्पॉट में माइक्रो कन्टेन्मेंट बनाए जा रहे हैं। नियंत्रण के लिए सख्ती बढ़ाई जाएगी।
कोरोना में गंवाई थी माता-पिता ने जान
कोरोना वायरस की पहली लहर ने दो साल पहले अगस्त 2020 में तत्कालीन कमिश्नर अनिल कुमार के परिवार पर भी कहर ढाया था। तब 24 घंटे में उनके माता-पिता ने संक्रमण से जान गंवाई थी। तब उनके आवास पर दस से अधिक लोग संक्रमित हुए थे। तत्कालीन कमिश्नर अनिल कुमार, उनकी पत्नी व अन्य सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
सात दिन में बढ़े 64 मरीज
पिछले 24 घंटे में कोरोना के मरीज दोगुने हुए हैं। मंगलवार को नौ मरीज मिले थे, रविवार को 18 मिले हैं। जिला प्रशासन के अनुसार जिले में 21 से 27 अप्रैल तक सात दिनों में 64 मरीज मिल चुके हैं। इनमें पांच मरीज ठीक हुए हैं। 59 सक्रिय मरीज हैं। 3 मार्च 2020 को आगरा में पहला मरीज मिला था। अब तक कुल 36245 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 465 मरीजों की मौत हो चुकी है। 35721 मरीज ठीक हो चुके हैं।