बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसे कलाकार रहे डियाहैं, जो हम लोगों के बीच नहीं हैं, अपने शानदार काम की वजह से उनकी चर्चा आज भी होती है और यकीनन आने वाले समय में भी होती रहेगी। ललिता पवार बॉलीवुड के इन्हीं चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं, जिनका जन्म 18 अप्रैल 1916 को नासिक में हुआ था। ललिता ने महज नौ साल की उम्र में फिल्मी दुनिया में कदम रख दिया था। वह अपने समय की हिट अभिनेत्री थीं। लेकिन एक दौर भी ऐसा आया, जब ललिता पवार ने फिल्मों में खलनायिका बनकर तारीफें बटोरीं। वह फिल्म जगत में क्रूर सास का चेहरा बन गई थीं। आइए आज हम आपको ललिता पवार के ऐसे ही दमदार किरदार के बारे में बताते हैं, जिसकी वजह से उन्होंने फिल्मी जगत में अपनी अलग पहचान बनाई। साल 1950 में रिलीज हुई ‘दहेज’ एक पारिवारिक ड्रामा फिल्म है, जिसमें दहेज की कू प्रथा को काफी करीब से दिखाया गया। फिल्म में ललिता पवार ने सास की भूमिका निभाई, जो अपनी बहू को दहेज के लिए प्रताड़ित करती है। फिल्म में ललिता पवार के अलावा, पृथ्वीराज और मुमताज बेगम हैं, जिनकी बेटी की शादी ललिता पवार के बेटे से होती है। फिल्म में ललिता पवार का क्रूर सास वाला रूप देखने लायक है। दूसरी तरफ फिल्म में काफी सारा फैमिली ड्रामा भी है।
साल 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘सौ दिन सास के’ में ललिता पवार के साथ रीना रॉय, देवेन शर्मा, आशा पारेख, मनमोहन क्रीषन, राज बब्बर जैसे कलाकार नजर आए थे। इस फिल्म में भी ललिता पवार ने एक क्रूर सास की भूमिका निभाई थी, जो अपने परिवार को हमेशा अपने कंट्रोल में रखना चाहती हैं और इस वजह से अपनी बहू (आशा पारेख) को प्रताड़ित करती हैं। फिल्म में रीना रॉय छोटी बहू की भूमिका में हैं, जो ललिता पवार को कड़ी टक्कर देती हैं। ललिता पवार अपने किरदार ‘मंथरा’ की वजह से काफी चर्चा में रही थीं। उन्होंने ये किरदार सबसे पहले फिल्म ‘संपूर्ण रामायण’ में निभाया था। यह फिल्म साल 1961 में रिलीज हुई थी, जिसका निर्देशन बाबुभाई मिस्त्री ने किया था। इस फिल्म में ललिता पवार के अलावा, महिपाल, अनीता गुहा, एमबी व्यास, सुलोचना काटकर जैसे कलाकार नजर आए थे। इस फिल्म के बाद ललिता पवार ने रामानंद सागर की रामायण में भी मंथरा का शानदार किरदार निभाया था। साल 1962 में रिलीज हुई फिल्म ‘प्रोफेसर’ में ललिता पवार ने सख्त गार्जियन का किरदार निभाया था, जो दार्जिलिंग में रहते हुए दो बड़ी लड़कियों और दो स्कूल जाने वाली छोटी लड़कियों का ध्यान रखती हैं। फिल्म में उनका गुस्सा सारा इन चार लड़कियों को झेलना होता है। ललिता पवार को इन लड़कियों के लिए एक टीजर की तलाश होती है, जिसकी उम्र 50 साल से ऊपर हो। फिल्म में शम्मी कपूर टीचर के किरदार में हैं। अब वह कैसे तिगड़म लगाकर ललिता पवार के वहां टीचर बनते हैं, वह तो फिल्म देखकर ही पता चलेगा।’मिस्टर और मिसेज 55′ एक रोमांटिक फिल्म है, जो साल 1955 में रिलीज हुई थी। फिल्म में गुरु दत्त और मधुबाला का लव एंगल है और ललिता पवार अभिनेत्री मधुबाला की चाची के किरदार में हैं, जिसकी नजर मधुबाला की प्रॉपर्टी पर है। खास बात यह है कि फिल्म में ललिता पवार का मधुबाला पर पूरा कंट्रोल होता है। इसी वजह से वह मधुबाला और गुरु दत्त की शादी होने नहीं देना चाहतीं और मधुबाला की किसी और से नकली शादी करवाने की कोशिश करती हैं।