अमेठी। विद्युत वितरण खंड द्वितीय के तहत आने वाले 10 विद्युत उपकेंद्रों के 17,702 उपभोक्ताओं पर करीब 62 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है। इन उपभोक्ताओं ने कनेक्शन लेने के बाद से आज तक एक भी बिल का भुगतान नहीं किया है। पावर कारपोरेशन की ओर से ऐसे उपभोक्ताओं के विरुद्ध कार्यवाही करने की कवायद शुरू कर दी गई है। पावर कारपोरेशन के अधिकारी एवं कर्मचारी जहां गांव-गांव पहुंचकर बकायेदारों एवं कटिया कनेक्शन धारियों के विरुद्ध कार्यवाही कर रहे हैं, वहीं विजिलेंस की टीम भी छापे मार रही है। विद्युत वितरण खंड द्वितीय अमेठी के तहत 10 विद्युत उप केंद्र अमेठी, बेनीपुर, खेरौना, पीठीपुर, एचएएल, भेटुआ, बडग़ांव, शुकुलपुर, पीपरपुर और भादर आते हैं। पावर कारपोरेशन के अभिलेखों के मुताबिक अमेठी विद्युत केंद्र के 1215, बेनीपुर विद्युत केंद्र के 2223, खेरौना के 166, पीठीपुर के 5320, एचएएल के 154, भेटुआ के 1173, बड़गांव के 1545, शुकुलपुर के 742, पीपरपुर के 2481 और भादर विद्युत उपकेंद्र के 2683 ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद आज तक एक भी माह का विद्युत बिल नहीं जमा किया है। सभी विद्युत उप केंद्र के कुल 17,702 उपभोक्ताओं पर करीब 62 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया है। एसडीओ अमरजीत के परिक्षेत्र में आने वाले चार विद्युत उप केंद्र के 8924 उपभोक्ताओं का 24.42 करोड़ रुपए तो एसडीओ भेटुआ धर्मराज के परिक्षेत्र में आने वाले छह विद्युत उपकेंद्रो के कुल 8778 उपभोक्ताओं का 37.58 करोड़ रुपये विद्युत बिल बकाया है। पावर कारपोरेशन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से बकायेदार उपभोक्ताओं के विरुद्ध संयोजन विच्छेदन की कार्यवाही की जा रही है। संयोजन विच्छेदन के बाद कटिया लगाकर विद्युत चोरी करने वालों के विरुद्ध अन्य कार्रवाई के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। विजिलेंस की टीम भी जगह-जगह छापा मारकर ऐसे लोगों के विरुद्ध कार्यवाही कर रही है। इन दिनों क्षेत्र में चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। हालात यह है कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। पंखे और कूलर भी काम नहीं कर रहे हैं। एसी, पंखा व कूलर 24 घंटे चल रहे हैं। ऐसे में लोड बढ़ गया है। लोग लिए गए कनेक्शन की क्षमता से ज्यादा विद्युत खर्च कर रहे हैं। विद्युत बिल कम आए, जिसके लिए कटिया लगाकर चोरी भी कर रहे हैं। मांग बढ़ने के चलते अघोषित कटौती भी शुरू हो गई है। एक्सईएन ने बताया कि विद्युत उपकेंद्रवार कनेक्शन धारियों के सापेक्ष ज्यादा विद्युत कटौती देख विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। जहां कम किलोवाट की क्षमता का कनेक्शन लिया गया है, विद्युत खपत को देखते हुए विद्युत भार बढ़ाया जा रहा है। एक्सईएन छैल बिहारी ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने कनेक्शन लेने के बाद एक भी रुपया नहीं जमा किया है। ऐसे उपभोक्ताओं को चिह्नित कर कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि विद्युत बिल जमा नहीं होने एवं विच्छेदन के बाद कनेक्शन जुड़ा मिलने पर संबंधित के विरुद्ध केस दर्ज कराकर अन्य कार्यवाही की जाएगी।