शाहरुख खान और अजय देवगन के बाद अब पान मसाले के विज्ञापन में तीसरा नाम भी नजर आ रहा है। इस बार अक्षय कुमार पान मसाले के एक विज्ञापन का प्रचार करने लगे हैं। कैंसर जैसे गंभीर रोग को बढ़ावा देने वाले पदार्थ का प्रचार करने के लिए अभिनेता को जमकर ट्रोल भी किया जा रहा है। अक्षय कुमार के इस काम के बाद सीबीएफसी के पूर्व प्रमुख पहलाज निहलानी ने भी उनकी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा साफ सुथरी छवि वाला एक अभिनेता कैंसरयुक्त प्रोडक्ट का प्रचार कर रहा है।
अक्षय कुमार के टीवी पर ‘जुबां केसरी’ बोलने के बाद पहलाज निहलानी ने उनपर निशाना साधा है। उन्होंने कहा- मेरा दृढ़ विश्वास है कि जहां अक्षय कुमार एक आम आदमी को सिगरेट पीने की बजाए सैनिटरी पैड पर पैसा खर्च करने के बारे में बताते हैं, उसे अब से फिल्मों से हटा दिया जाना चाहिए। सरकार को इस बात पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। एक तरफ जहां एक जाना माना सुपरस्टार जनता को सिगरेट पर खर्च न करने के लिए कह रहा है। वहीं दूसरी ओर वही अभिनेता पान मसाला खाने की भी सलाह दे रहे हैं। ये सब जनता के लिए बहुत भ्रमित करने वाला है।’
पहलाज निहलानी ने बॉलीवुड अभिनेताओं से साउथ इंडियन एक्टर्स की तुलना की। उन्होंने दक्षिण भारतीय अभिनेताओं की तारीफ की- दक्षिण में रजनीकांत, विजय और खुशबू जैसे सितारों के लिए मंदिर बने हैं। उन्होंने कहा- जब मुंबई में यश की केजीएफ 2 रिलीज हुई तो फैंस ने उनके कटआउट को दूध से नहलाया और कर्नाटक में करीब 20 हजार किताबों से उनकी बहुत बड़ी तस्वीर बनाई। क्या आपने कभी किसी बॉलीवुड अभिनेता को इस तरह सम्मानित होते हुए सुना है। उन्होंने कहा बॉलीवुड अभिनेता कभी वह मुकाम हासिल ही नहीं कर सकते जो साउथ के एक्टर्स का है। पहलाज केवल विशेष निंदा के लिए अक्षय कुमार को ही बाहर नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा- अक्षय एक साफ-सुथरी छवि वाले अभिनेता हैं, जनता उन्हें नायक के रूप में देखती है, ऐसे में वह कैंसर जैसी बीमारी को बढ़ावा देने वाले प्रोडक्ट का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा सिर्फ अक्षय ही नहीं बल्कि गोविंदा और पियर्स ब्रॉसनन भी इन चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि शराब व पान-मसालों का प्रचार अवैध और असंवैधानिक है।