यूक्रेन में बमबारी : सड़कों पर लाशें और घरों में आग, भीषण संघर्ष के बीच पोलैंड से निर्वासित सरकार चलाने की तैयारी

197
Share

कीव/मॉस्को।
यूक्रेन पर हमले के 12वें दिन भी राजधानी में रूसी सेना ने प्रवेश करने की कोशिश में कीव के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में लगातार बमबारी जारी रखी। बूचा, होस्तोमेल और इरपिन में भीषण संघर्ष जारी रहा। मैरियूपोल में संघर्ष विराम के एलान के बावजूद धमाके होते रहे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, यहां घर आग में घिरे हैं जिसे बुझाने वाला कोई नहीं। सड़कों पर लाशें बिखरी हुई हैं, जिन्हें हटाने वाला भी कोई नहीं है।

मैरियूपोल शहर में रूस और यूक्रेन दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम तोड़ने का आरोप लगाया। यहां पिछले पांच दिनों से बिना बिजली-पानी और भोजन के अपने बीमार दादा-दादी को निकालने के लिए फंसे 27 वर्षीय आईटी डेवलपर मैक्सिम ने बीबीसी को बताया कि वे संघर्ष विराम की थोथी घोषणा के बावजूद निकल नहीं पाए हैं। यहां लगातार बमबारी जारी है, लाशें सड़कों पर बिखरी हैं जिन्हें हटाने वाला कोई नहीं है। सभी जगह धुएं के गुबार उठ रहे हैं, जबकि इन्हीं हालात में हजारों लोग इमारतों में फंसे हुए हैं। उन्हें नहीं पता कि कौनसा बम या मिसाइल उनकी सांसें छीन लेगा।

उधर, बूचा और इरपिन में एक ही परिवार के लोग पुल पार करते वक्त मोर्टार का शिकार हुए और वहीं दम तोड़ दिया। यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री ओल्हा स्टेफनीशिना ने बताया कि रूस आतंकी योजना बनाकर हवा और जमीन दोनों तरफ से हमले कर रहा है। कीव के आसपास 12वें दिन रूसी सेना की घेराबंदी तेज हो गई है। रूस अब पूरी ताकत से कीव पर कब्जे की रणनीति बना रहा है। कीव के पास इरपिन में भारी तबाही का मंजर सामने आया है।

मानवीय गलियारा बनाने में फेल रहा यूक्रेन : रूसी रक्षा मंत्रालय
हमलों के बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन अपने दक्षिणी शहर मैरियूपोल को छोड़ने में लोगों की मदद करने के लिए मानवीय गलियारा बनाने के अपने वादे पर खरा नहीं उतर सका है। उसने कहा कि रूस ने रविवार को देर रात तक मैरियूपोल से नागरिकों को निकालने का एक और प्रयास किया था। हमने गलियारा स्थापित करने की सभी शर्तें पूरी कीं जबकि यूक्रेनी पक्ष उन्हें नहीं निभा सका।

रूस पर लगे प्रतिबंध पर्याप्त नहीं : जेलेंस्की
लवीव। युद्धग्रस्त देश के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से रूस के खिलाफ प्रतिबंध और कड़े करने का आग्रह किया है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, हमला करने वाले का दुस्साहस दिखाता है कि रूस के खिलाफ मौजूदा प्रतिबंध पर्याप्त नहीं हैं। जेलेंस्की ने ऐसे अपराधों का आदेश देने और उन्हें अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए एक प्राधिकरण बनाने का आह्वान किया।

ग्लोबल सिटीजन के साथ मिलकर मदद का आह्वान
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को उनके देश की रक्षा करने में एक नया साझेदार ‘ग्लोबल सिटीजन’ मिला है जो अत्यधिक गरीबी से लड़ने वाला गैर लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है। जेलेंस्की और ग्लोबल सिटीजन ने संगठन के लाखों सदस्यों के साथ ही उसके सरकारी, कॉरपोरेट और परोपकारी साझेदारों से कार्रवाई का आह्वान किया।
यूक्रेन में मची तबाही का मंजर।

रूसी हमलों के खिलाफ अमेरिका ने यूक्रेन में भले ही सीधे तौर पर अपनी सेना नहीं उतारी हो लेकिन वे बहुत आगे की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिए हैं। यूक्रेन में राष्ट्रपति वोलोमिदीर जेलेंस्की की सरकार को बचाए रखने के लिए अमेरिका ने दूसरी योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत यूक्रेन पर रूसी कब्जा होने की स्थिति में अमेरिका ने पोलैंड से निर्वासित जेलेंस्की सरकार चलाने की तैयारी की है। अमेरिका की योजना लंबे समय तक रूस के साथ गुरिल्ला युद्ध संचालित करने की है।

अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने जो बाइडन प्रशासन के सूत्रों के हवाले से कहा, हम आपात हालात के लिए योजनाएं तैयार कर रहे हैं। इसके तहत यूक्रेन के सहयोगी देश पोलैंड में निर्वासित सरकार के गठन में मदद कर सकते हैं ताकि युद्धग्रस्त देश में गुरिल्ला युद्ध जारी रहे। इससे पूर्व 4 मार्च को रूसी संसद के स्पीकर ने कहा था कि जेलेंस्की पोलैंड गए थे। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बाद में स्पीकर ने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की अभी कीव में ही मौजूद हैं। इस बीच, जेलेंस्की ने भी यूक्रेन से ही अपना एक वीडियो संदेश भी भेजा।

LEAVE A REPLY