लखनऊ. चौथे चरण के चुनाव के प्रचार का शोर सोमवार की शाम थम गया। बुधवार को 9 जिलों की कुल 59 सीटों पर मतदान होगा। यह जिले हैं पीलीभीत, खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर। इस चरण में 2.13 करोड़ मतदाता 624 उम्मीदवारों का भाग्य तय करेंगे।
इस चरण के लिए पुलिस की ओर से पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। 700 कंपनी से अधिक केंद्रीय अर्ध सैनिक बलों की तैनाती इस चरण में लगाई गई है। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जो भी संवेदनशील बूथ होंगे, वहां ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। इस चरण में लखनऊ से कई दिग्गज मैदान में हैं।
इसमें कानून मंत्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा, रविदास मल्होत्रा, पूर्व सांसद सुशीला सरोज, प्रवर्तन निदेशालय से नौकरी छोड़कर आए राजेश्वर सिंह शामिल हैं। इसके अलावा हरदोई में नरेश अग्रवाल के बेटे और विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। इसी चरण में लखीमपुर खीरी में भी चुनाव है जहां चार महीने पहले किसानों पर गाड़ी चलाने की घटना हुई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी।
सातवें चरण में 613 प्रत्याशी मैदान में
सातवें चरण की नामांकन प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई। अब 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं। नामांकन वापसी के आखिरी दिन सोमवार को 28 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया। इस चरण में कुल 868 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था। इनमें से 227 प्रत्याशियों का नामांकन पत्र जांच के बाद खारिज हो गया। वहीं, 28 लोगों के नाम वापस लेने के बाद अब चुनाव मैदान में 613 प्रत्याशी बचे हैं। इसमें सबसे अधिक जौनपुर की सदर सीट से 25 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं सबसे कम वाराणसी की पिंडरा और शिवपुर से 6-6 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस चरण में आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र की 54 सीटों पर सात मार्च को वोट डाले जाएंगे।