नई दिल्ली . आईआईटी दिल्ली अब सुरक्षा बलों के लिए स्मार्ट सुरक्षात्मक कपड़े भी तैयार करेगा। देश की सरहदों की सुरक्षा के लिए हाई एल्टीट्यूट वाले सियाचिन और ग्लेशियर जैसे क्षेत्रों में तैनात होने वाले सैनिकों के लिए स्मार्ट प्रोटेक्टिव क्लोदिंग तैयार करेगा। इसमें परिधान, उपस्कर, बैलिस्टिक हथियारों से सुरक्षा प्रदान करने वाले कपड़ें, सेंसर फिटेड कपड़े शामिल होंगे।
आईआईटी दिल्ली के रिसर्च एंड डेवलेपमेंट के डीन प्रो. सुनील खरे ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत आईआईटी दिल्ली और कानपुर स्थित भारत सरकार के उपक्रम, ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड के बीच करार हुआ है। टीसीएल सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के लिए ट्रूप कम्फर्ट सामानों का उत्पादन करता है। समझौते के तहत अब आईआईटी दिल्ली और टीसीएल सियाचिन और ग्लेशियर जैसे हाई एल्टीट्यूड वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों के लिए परिधान और उपस्कर, बैलिस्टिक हथियारों से सुरक्षा प्रदान करने वाले और सेंसर फिटेड कपड़ों के अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे।
इसमें रक्षा अनुप्रयोगों के लिए स्मार्ट टेक्सटाइल्स का उपयोग, ट्रूप कम्फर्ट आइटम्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एकीकरण और भविष्य उन्मुखी इन्फेंट्री सैनिक को सिस्टम के रूप में विकसित करना (दूरसंचार और स्वास्थ्य निगरानी उपकरण का एकीकरण) शामिल है। प्रो. खरे ने कहा कि संस्थान का टेक्सटाइल एंड फाइबर इंजीनियरिंग विभाग स्मार्ट टेक्सटाइल के क्षेत्र में इनोवेशन में अपनी खास पहनान रखता है। देश की सुरक्षा में लगे सैनिकों के लिए इस प्रकार के कपड़े तैयार करना बेहद गर्व की बात है।