देहरादून। लंबित मांगों पर कार्रवाई न होने से उत्तराखंड जल निगम सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हई, तो वो दो मार्च को जल मुख्यालय पर तालाबंदी कर बेमियादी धरना शुरू कर देंगे।
कर्मचारियों ने तीन माह से रुकी पेंशन जारी करने समेत विभिन्न मांगों को लेकर पेयजल निगम मुख्यालय पर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर धरना दिया। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश भंडारी ने कहा कि पूर्व में कई बार प्रबंधन और शासन की ओर से प्रत्येक माह के पहले सप्ताह में वेतन-पेंशन को सहमति जताई गई, लेकिन चार-चार माह तक वेतन-पेंशन नहीं मिल पा रही है। जिससे आजीविका का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने बताया कि पूर्व में एमडी को पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया गया, लेकिन आज उनके आंदोलन को देखते हुए एमडी दफ्तर से नदारद हो गए। इस पर धरने के बीच निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। कहा कि दो मार्च को तालाबंदी और बेमियादी धरने के बाद भी अगर प्रबंधन ने मांग नहीं मानी तो 12 मार्च से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य अभियंता मुख्यालय वीपी पुरोहित ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बुधवार को वित्त निदेशक से वार्ता के लिए बुलाया है। इस दौरान अवधेश कुमार, जीएस नेगी, एमपी शर्मा, बीएस राणा, एससी मैठाणी, एमआर ममगाईं, ध्यान सिंह, एसपी खंडवाल मौजूद रहे।