ट्रेड यूनियनों की कल राष्ट्रव्यापी हड़ताल

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नई दिल्ली। बुधवार को श्रमिक व किसान संगठनों ने राष्ट्रव्यापी हडताल का आह्वान किया है। इससे बैंकिंग, परिवहन और अन्य जरूरी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। करीब 25 करोड़ लोगों के हडताल पर रहने की संभावना है। हड़ताल का आह्वान सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरोध में किया गया है। इंटक, एटक, सिटू, हिंद मजदूर सभा, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, आईआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी जैसे दस मुख्य मजदूर संगठनों ने हड़ताल का आह्वान किया है। इनके अलावा विभिन्न स्वतंत्र फेडरेशनों और एसोसिएशनों ने भी इस हड़ताल का समर्थन किया है।
पिछले साल सितंबर में 8 जनवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। कई बैंकों ने भी बुधवार को हड़ताल और बैंकिंग सेवाओं पर इसके असर के बारे में स्टॉक एक्सचेंजों को सूचना दे दी है। एआईबीईए, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बीईएफआई, आईएनबीईएफ, आईएनबीओसी और बैंक कर्मचारी सेना महासंघ जैसे विभिन्न बैंक कर्मचारी संघ भी हड़ताल में हिस्सा लेंगे। इससे बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होंगी। हालांकि निजी क्षेत्र की बैंकों की सेवाओं पर असर होने की संभावना नहीं है। बैंकिंग के अलावा परिवहन और अन्य मुख्य सेवाओं पर भी हड़ताल का असर हो सकता है। किसानों का देशव्यापी ग्रामीण भारत बंद देश के 228 संगठनों ने बुधवार को ग्रामीण भारत बंद का आह्वान किया है।

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