अब तीन घंटे में होगा जोशीमठ से रिमखिम चैकी तक का सफर

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जोशीमठ(चमोली)। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टू-लेन मलारी हाइवे और पुनार पुल का लोकापर्ण कर उत्तराखंड के सीमांत वासियों को बडी सौगात दी है। टू-लेन राजमार्ग के बनने से जोशीमठ से रिमखिम चैकी(चमोली) तक पहुंचने में तीन घंटे लगेंगे। पहले ये दूरी आठ घंटे में तय होती थी। इस मोटर मार्ग से भारत-तिब्बत सीमा पर आवगमन भी आसान होगा, वहीं क्षेत्र के दर्जनों गांवों को इस सड़क से लाभ मिलेगा। सीएम रावत ने कहा, केदारनाथ धाम की तर्ज पर बदरीनाथ धाम को भी विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है और जल्द ही इस पर कार्य शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार को जोशीमठ पहुंचे, जहां सेना के गढवाल स्काउट बैंड ने मधुर धुन बजाकर और स्थानीय महिलाओं ने पौणा नृत्य से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। सीएम ने कार्यक्रम में सीमा सड़क संगठन के 265 करोड़ की लागत से निर्मित 62.66 किमी टू-लेन मलारी हाइवे और 494.30 लाख लागत से निर्मित पुनार पुल का लोकार्पण किया। पुनारा गदेरे(बरसाती नाला) में पहले सिंगल लाइन पुल से आवाजाही होती थी, जो जर्जर हालत में था।
इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण ही दूरस्थ क्षेत्रों की परिकल्पना से हुआ है और सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए उनकी सरकार हमेशा तत्पर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के 27 विकासखंडों की सीमाएं अंतराष्ट्रीय सीमा से जुडी है और इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए अगले साल से राज्य में सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की जाएगी।
सीएम ने छोटे काश्तकारों को परंपरागत खेती के साथ-साथ एरोमैटिक खेती के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, काश्तकारों के लिए मात्र दो प्रतिशत ब्याज दर पर पं. दीनदयाल उपाध्याय कृषक सहायक निधि योजना के तहत दो लाख रुपये की ऋण सुविधा दी जा रही है। यही नहीं खेती करने वाले किसान समूहों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर पांच लाख तक की ऋण सुविधा दी जा रही है। उत्तराखंड देश का एक मात्र राज्य है जहां खेती को बढ़ावा देने के लिए इस तरह की व्यवस्थाएं की गई है। अगले साल से राज्य में मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना और किसानों के लिए मुख्यमंत्री कृषि विकास योजना शुरू की जा रही है।

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