मतदान से पहले ही जीत गए दिनेश शर्मा, 15 सितंबर को होना था चुनाव
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य हरिद्वार दुबे का 26 जून को दिल्ली में निधन हो गया था। इसके बाद खाली हुई यूपी में राज्यसभा की एक सीट पर 15 सितंबर को मतदान होना था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की एक राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार डॉक्टर दिनेश शर्मा ने जीत हासिल कर ली है। शुक्रवार 8 सितंबर को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी। दिनेश शर्मा ने अलावा किसी अन्य व्यक्ति ने नामांकन ही दाखिल नहीं किया। अगर कोई अन्य व्यक्ति इस उपचुनाव के लिए नामांकन करता तो 15 सितंबर को मतदान होता और उसी दिन मतगणना के बाद परिणाम आता। हालांकि पहले से ही माना जा रहा था कि जिस विधानसभा और विधानपरिषद में बीजेपी के पास प्रचंड बहुमत है, उस हिसाब से दिनेश शर्मा की जीत तय थी।
यूपी में फिर प्रशासनिक फेरबदल, इन छ: IAS अधिकारियों का किया गया तबादलादो बार रह चुके हैं लखनऊ के मेयर
12 जनवरी 1964 को लखनऊ में जन्में दिनेश शर्मा लखनऊ के लगातार दो बार मेयर भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वह लखनऊ विश्वविद्यालय में वाणिज्य के प्रोफेसर भी रहे हैं। दिनेश शर्मा को सबसे पहले साल 1987 में लखनऊ विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष के तौर पर चुना गया था। इसके बाद 1991 में प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया था। साल 1993 से 1998 तक बीजेपी युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष रहे। बीजेपी सरकार बनने पर इन्हें राज्य मंत्री का दर्जा प्रदान कर उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद साल 2006 में पहली बार दिनेश शर्मा लखनऊ के मेयर चुने गए थे।