देहरादून। प्रदेश में तैनात छह हजार से अधिक होमगार्डो के मानदेय में आखिरकार सरकार ने बढ़ोतरी कर दी है। होमगार्ड स्वयंसेवकों को पुलिस कार्मिक के न्यूनतम वेतन के बराबर, यानी माह में 18 हजार और 30 दिन के माह के हिसाब से प्रतिदिन 600 रुपये मानदेय दिया जाएगा। अभी तक इन्हें 450 रुपये मानदेय दिया जा रहा था। इसके साथ ही इन्हें 25 अप्रैल 2017 से बढ़े हुए मानदेय का एरियर भी दिया जाएगा।
प्रदेश में इस समय होमगार्ड विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें पुलिस, परिवहन, सचिवालय व संचार आदि शामिल हैं। ये होमगार्ड इन विभागों में सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के साथ ही विभागों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का कार्य कर रहे हैं। इसकी एवज में इन्हें प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय दिया जाता है।
होमगार्डो के लिए बने नियमों के अनुसार पुलिस के सहायक के रूप में सेवा देने पर इन्हें पुलिस के समान ही अधिकार व सुविधाएं दिए जाने का जिक्र है। इसी का हवाला देते हुए कुछ होमगार्ड सुप्रीम कोर्ट गए थे। इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में होमगार्डो को पुलिस के समान वेतन दिए जाने का निर्णय सुनाया था।
इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार को भी होमगार्ड का मानदेय बढ़ा दिया है। सचिव गृह नितेश कुमार झा द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि होमगाघ्र्ड्स स्वयंसेवकों को 25 अप्रैल 2017 से आदेश जारी होने तक के ड्यूटी भत्ते का भुगतान अगले दो वर्षो में चार किश्तों में किया जाएगा। मानदेय बढ़ाने के बाद अब इनकी ड्यूटी लगाने की विस्तृत कार्ययोजना अलग से तय की जाएगी।