पति पत्नी और वो के कॉन्सेट पर बॉलीवुड में कई फिल्में बनी हैं, कुछ गंभीर तो कुछ कॉमेडी के तड़के के साथ. 1978 में इसी नाम के टाइटल की फिल्म रिलीज हुई थी, जिसमें संजीव कुमार, विद्या सिन्हा, रंजीता कौर लीड रोल में थे. कार्तिक की मूवी पति पत्नी और वो उसी की रीमेक है. जब फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ तो कइयों ने कहा कि आज के दौर में ये पुराना घीसा पिटा कॉन्सेप्ट नहीं चलेगा. लेकिन फिल्म देखने के बाद ये सभी बातें गलत साबित होती हैं. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का ये सदाबहार फॉर्मूला दर्शकों के बीच आज भी हिट मालूम पड़ता है।
पति पत्नी और वो की लखनऊ के अभिनव उर्फ चिंटू त्यागी (कार्तिक आर्यन) की कहानी है, जो मम्मी पापा का आदर्श बेटा है. पढ़ने में अव्वल चिंटू त्यागी लखनऊ के पीडब्लूडी विभाग में सरकारी मुलाजिम है. चिंटू की शादी वेदिका त्रिपाठी (भूमि पेडनेकर) से शादी होती है. दोनों के प्यार की गाड़ी 3 साल के बाद बैक सीट पर आने लगती है. पत्नी के दिल्ली सेटल होने के टॉर्चर से परेशान चिंटू त्यागी लखनऊ नहीं छोड़ना चाहता. इस बीच चिंटू की जिंदगी में ग्लैमरस तपस्या सिंह (अनन्या पांडे) की एंट्री होती है. जो कि लखनऊ में बिजनेस करने के लिए आती है. तपस्या से मिलने के बाद चिंटू की बोर पड़ी जिंदगी में बहार आती है. कहानी में कई ट्विस्ट एंड टर्न्स आते है. फिर एकदिन चिंटू की आशिक मिजाजी और झूठ का भंडाफोड़ होता है. इसके बाद चिंटू त्यागी पत्नी और वो के बीच किस तरह फंसता है, ये मसाला देखने के लिए आपको फिल्म देखने पड़ेगी।
चिंटू त्यागी के रोल में कार्तिक आर्यन लाजवाब लगे हैं. एक पति जो अपनी शादीशुदा जिंदगी से ऊब चुका है, लाइफ में रोमांच चाहता है, इसलिए दिल्लगी करता है. पति पत्नी और वो के बीच पिसे कार्तिक कई सीन्स में उम्दा लगे. फिल्म में कार्तिक का छोटा सा मोनोलॉग भी हैं, जिसपर सिनेमाहॉल में तालियां बजने लगती है. दूसरी फिल्म में अनन्या पांडे का काम अच्छा है. ग्लैमरस डीवा बनीं अनन्या की एक्टिंग में कॉन्फिडेंस साफ झलकता है. पतिव्रता पत्नी के रोल में भूमि पेडनेकर का काम भी शानदार है. अपारशक्ति खुराना के साथ कार्तिक की दोस्ती के क्या कहने, कई सीन्स में दोनों की एपिक ट्यूनिंग मजेदार बन पड़ी है. कार्तिक के टीटू सनी सिंह का फिल्म में कैमियो रोल है. हालांकि, उनके कार्तिक के साथ सीन नही हैं, फिर भी सनी सिंह की एंट्री लोगों में एक्साइटमेंट पैदा करती है।
कॉमेडी और रोमांस से भरी ये फिल्म एंटरटेनमेंट से भरपूर है. फिल्म ना देखने की कोई भी वजह नहीं है. क्योंकि फिल्म कॉमेडी फ्लेवर के साथ पति पत्नी के रिश्ते में भरोसे की अहमियत भी बताती है. मुदस्सर अजीज का डायरेक्शन कमाल का है. फिल्म शुरुआत से लेकर आखिर तक बांधे रखती है. कास्टिंग, कॉमिक टाइमिंग, डायलॉग, एक्टिंग, स्क्रीनपले सब परफेक्ट है. फिल्म के गाने तो पहले से ही चार्टबस्टर पर ट्रेंड कर रहे हैं।
-मु0 रिज़वान