देहरादून 01 अक्टूबर, 2018(सू.ब्यूरो)-मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये है कि सभी सम्बन्धित विभाग इस योजना के क्रियान्वयन में आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि रिस्पना व बिंदाल के पुनर्जीवीकरण के साथ ही इनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है। नदियों का सौन्दर्यीकरण देहरादून की पहचान बन सके, इसके लिये समेकित प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस सम्बन्ध में तैयार की गई कार्ययोजना को एमडीडीए, सिंचाई विभाग सहित सभी सम्बंधित विभाग गहनता से अध्ययन कर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि साबरमती रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड से भी आवश्यक परामर्श व तकनीकि सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि इस दिशा मे कार्ययोजना के अनुसार जो भी कार्य किये जाने है तथा सुविधाओं का विकास किया जाना है, उसमें भी शीघ्र अन्तिम निर्णय लिया जाय।
बैठक में बताया गया कि इस परियोजना के प्रारम्भ मे रिस्पना व बिंदाल में क्रमशः 19 व 17 किलोमीटर क्षेत्र की डीपीआर तैयार की गई थी। इस क्रम मे योजना के प्रथम चरण मे रिस्पना के 2.5 कि.मी. तथा बिंदाल के 4.5 कि.मी. पर रिटेनिंग वॉल चैकडेम तथा आवश्यक स्ट्रक्चर हेतु 140.39 करोड़ रूपये की संस्तुति की गई थी। इसके अन्तर्गत रिस्पना व बिंदाल के दोनों तटों पर 2.7 कि.मी. लम्बाई में तटबन्दों का निमार्ण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बैठक मे यह भी निर्देश दिये है कि देहरादून, हरिद्वार सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में भी नदी श्रेणी सहित अन्य प्रकार की भूमि की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि यहां पर भी निवेश के लिये उद्यमियों को भूमि की उपलब्धता हो सकें।
बैठक में शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक, श्री सतपाल महाराज, प्रमुख सचिव न्याय श्री आलोक कुमार वर्मा, प्रमुख सचिव श्री आनंद वर्धन, सचिव श्री अरविन्द सिंह ह्यांकी, श्री विनोद प्रसाद रतूड़ी, जिलाधिकारी देहरादून श्री एस.ए.मुरूगेशन, उपाध्यक्ष एमडीडीए श्री आशीष कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त श्री विजय जोगदंडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।