मुंबई की तरह अयोध्या की सरयू नदी पर बनने जा रहा चौपाटी, दुकानों और रेस्तरां की होगी खास व्यवस्था

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मुंबई की तरह अयोध्या की सरयू नदी पर बनने जा रहा चौपाटी, दुकानों और रेस्तरां की होगी खास व्यवस्था
मुंबई की जुहू चौपाटी की ही तर्ज पर अयोध्या में सरयू नदी के तट पर चौपाटी बनने जा रहा है। इसके लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने मंजूरी भी दे दी है। बता दें कि इसे बनाने का मकसद है और ज्यादा संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करना।
अयोध्या में मुंबई के जुहू चौपाटी के ही तर्ज पर चौपाटी बनने जा रही है। यह चौपाटी सरयू नदी के किनारे राम की पैड़ी पर बनने जा रही है। उत्तर प्रदेश आवास विभाग ने अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के प्रस्ताव को मंजूरी देने के साथ ही अब 4.65 करोड़ रुपये की मंजूरी मिल गई है। अयोध्या विकास प्राधिकरण सरयू नदी के किराने राम की पैड़ी के एक सेक्शन को शानदार चौपाटी में परिवर्तित करना चाहता है, जहां देश व दुनिाय से आने वाल सैलानियों के साथ स्थानीय लोग भी स्वच्छता के साथ निर्मित विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद उठा सकेंगे।
आवास विभाग ने एडीए की इस परियोजना के लिए 4.65 करोड़ रुपये की धनराशि को मंजूरी दे दी है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। हर दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे में, योगी सरकार ने कम खर्च में श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक सुविधाओं का लाभ देने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में चौपाटी के तर्ज पर फूडिंग एरिया को विकसित करने की योजना बनाई गई है। यहां छोटी-छोटी स्थायी व अस्थायी दुकानें बनाई जाएंगी। इन दुकानों पर अयोध्या के लोकल व्यंजनों के साथ-साथ अन्य विविध प्रकार के व्यंजन भी मिलेंगे।चौपाटी के लिए चिह्नित क्षेत्र का सौंदर्यीकरण तो किया ही जाएगा। साथ ही स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं का भी खास ख्याल रखा जाएगा, ताकि इधर-उधर गंदगी न फैल सके। यहां 84 दुकानें व रेस्टोरेंट बनाए जाएंगे। इसके अलावा यहां पार्किंग की भी सुविधा दी जाएगी। एडीए के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया कि चौपाटी के निर्माण व विकास का कार्य अबतक 45 फीसदी तक पूरा हो गया है। दीपोत्सव से पहले राम की पैड़ी पर भव्य चौपाटी का पर्यटक आनंद ले सकेंगे। राम की पैड़ी पर कुछ जगहें ऐसी भी होंगी जहां सिर्फ चबूतरे बनाए जाएंगे, ताकि लोग यहां बैठकर शांति से कुछ वक्त सरयू तट पर समय बीता सकें। कुछ स्थानों पर आधुनिक डिजाइन वाले ठेलों का संचालन भी किया जाएगा। यहां गंदगी को फैलाने से रोकने के लिए जगह-जगह डस्टबिन की व्यवस्था की जाएगी।