खुशखबरी! महाकुंभ से पहले यूपी को मिलेगा सबसे ‘बड़ा गिफ्ट’, गंगा एक्सप्रेसवे का 80 फीसदी काम पूरा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही इस एक्सप्रेसवे का काम महाकुंभ-2025 से पहले करने का संकल्प लिया था। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली इस 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे से पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी के बीच की दूरी काफी कम और यात्रा आसान हो जाएगी।
लखनऊ: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘गंगा एक्सप्रेसवे’ किसी प्रदेश में बनने वाला अब तक का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है और इसी साल के अंत तक इसका काम पूरा हो सकता है। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की दिशा में यह एक्सप्रेसवे एक मील का पत्थर साबित होगा।
महाकुंभ-2025 से पहले दिसंबर 2024 तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। सीएम योगी ने पहले ही इस एक्सप्रेसवे का काम महाकुंभ-2025 से पहले करने का संकल्प लिया था। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली इस 594 किमी लंबे एक्सप्रेसवे से पश्चिमी यूपी और पूर्वी यूपी के बीच की दूरी काफी कम और यात्रा आसान हो जाएगी।
यह एक्सप्रेसवे यूपी के 12 जिलों और 518 गांवों से होकर गुजरेगा। इसका निर्माण 36,230 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे को शुरुआत में सिक्स लेन का बनाया जा रहा है और आगे चलकर इसे आठ लेन का किया जाएगा।82 फीसदी से अधिक काम हो चुका पूरा
इस एक्सप्रेसवे को चार ग्रुप में बनाया जा रहा है। मेरठ से बदायूं का निर्माण कार्य मेसर्स आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर कर रही है। वहीं, बदायूं से हरदोई, हरदोई से उन्नाव और उन्नाव से प्रयागराज का निर्माण कार्य मेसर्स अदाणी इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा किया जा रहा है। अब तक करीब 82 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है।
इस एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर के जलालाबाद के पास एक हवाई पट्टी भी होगी। इस हवाई पट्टी की लंबाई साढ़े तीन किलोमीटर रखी गई है। इसका मकसद आपात स्थिति में बड़े बोइंग विमान को उतारने की है। इस एक्सप्रेसवे पर दो मुख्य जबकि अन्य स्थानों पर 15 रैम्प टोल प्लाजा होंगे।