मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिले पीएम मोदी, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार के लिए दी चादर

110
Share

मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिले पीएम मोदी, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार के लिए दी चादर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक आवास 7 लोककल्याण मार्ग पर मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकत की। इस दौरान उन्होंने अजमेर उर्स के लिए अपनी तरफ से चादर भी पेश की, जिसे मजार पर चढ़ाया जाएगा।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिले हैं। पीएम मोदी ने यह मुलाकात अपने आवास पर की है। इस मुलाकात की कुछ फोटो अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर साझा करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि इस दौरान उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार के लिए चादर भी दी।
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकात के दौरान मैंने उन्हें एक पवित्र चादर दी, जिसे अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के वार्षिक उर्स के दौरान चढ़ाया जाएगा। बता दें कि पीएम मोदी हर वर्ष इस उर्स के लिए अपनी तरफ एक चादर भिजवाते हैं। जिसे उर्स के दौरान माजर पर चढ़वाया जाता है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी भी साथ रहीं।
पिछले दिनों स्मृति ईरानी मदीना शहर के दौरे पर थीं
वहीं इससे पहले पिछले दिनों स्मृति ईरानी मदीना शहर पहुंची। यहां वह दो दिनों तक रहीं और उन्होंने मदीना की ऐतिहासिक मस्जिद का भी दौरा किया। इस दौरान उनके साथ विदेश मंत्री (राज्य प्रभार) सी मुरलीधरन और एक डेलिगेशन भी गया था। स्मृति ईरानी ने इस दौरान उन्होंने भारत के उमराह पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से भी बातचीत की। स्मृति ईरानी ने भारत और सऊदी अरब के बीच 2024 के हज के लिए एक आपसी समझौते पर हस्ताक्षर भी किए।
हज 2024 के लिए भारत से 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय
समझौते के अनुसार, हज 2024 के लिए भारत से 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय किया गया है। इनमें से 1,40,020 सीटें हज समिति के लिए आरक्षित की गई हैं। वहीं 35,005 सीटें हज ग्रुप ऑपरेटर के लिए आवंटित की गई हैं। वहीं उनकी इस यात्रा को अनुमति देने पर मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सऊदी अरब की आलोचना की है। कट्टरपंथियों का कहना है कि सऊदी अरब को एक गैर मुस्लिम महिला को मदीना की यात्रा करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

LEAVE A REPLY