मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोका गया विमान मुंबई पहुंचा

89
Share

मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोका गया विमान मुंबई पहुंचा, 4 दिनों तक यात्रियों से हुई पूछताछ
मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोके गए विमान की आज सुबह 4 बजे मुंबई एयरपोर्ट पर लैंडिंग हुई। इस विमान से 276 यात्री मुंबई पहुंचे। दुबाई से निकारागुआ की उड़ाने के दौरान फ्रांस में इस विमान को रोक लिया गया था।
मानव तस्करी के शक में फ्रांस में रोका गया विमान आज सुबह 4 बजे मुंबई में लैंड कर गया। इस विमान से कुल 276 भारतीय यात्री मुंबई पहुंचे। फ्रांस से लौटे यात्रियों के दस्तावेज की पड़ताल की गई गई और प्राथमिक जांच के बाद कई यात्रियों को छोड़ दिया गया है। इन यात्रियों में से कई गुजरात और पंजाब के रहने वाले हैं। वहीं जब रिपोर्टर्स ने उनसे बाद करने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया वहीं कुछ यात्री अपना चेहरा छिपाने लगे।4 दिन पहले यह विमान 303 भारतीयों को लेकर दुबई से निकारागुआ जा रहा था और वैट्री एयरपोर्ट पर ईंधन लेने के लिए उतरा था। लेकिन फ्रांस के अधिकारियों को इस दौरान यह सूचना मिली कि इस विमान में मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है। इसके बाद विमान को उड़ान भरने से रोक दिया गया। फ्रांस के अधिकारियों ने यात्रियों से 4 दिनों तक पूछताछ की। 303 यात्रियों में से 25 यात्रियों ने फ्रांस में ही शरण मांगी है जबकि दो यात्रियों को फ्रांस के अफसरों ने देश छोड़ने की मंजूरी नहीं दी है। इन पर फ्रांस के कानून के तहत केस चलेगा । लीजेंड एअरलाइंस के विमान को रोका गया था, 21 दिसंबर को रोमानियाई प्लेन में सवार होकर 303 यात्री दुबई से निकारागुआ के लिए निकले थे लेकिन ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शक में पेरिस से 150 किलोमीटर पहले वैट्री हवाई अड्डे पर इन्हें रोक लिया गया था। फ्रांस के अधिकारियों के मुताबिक जब विमान ने मुंबई उड़ान भरी तो इसमें 276 यात्री सवार थे। फ्रांसीसी अधिकारियों ने रविवार को रोमानियाई कंपनी ‘लीजेंड एअरलाइंस’ द्वारा संचालित ‘ए340’ विमान को अपनी यात्रा फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी थी।मार्ने प्रान्त के अनुसार, जिस विमान को रवाना किया गया, उसमें 276 यात्री सवार थे। साथ ही दो नाबालिगों सहित 25 ने फ्रांस में आश्रय के लिए आवेदन किया है और वे अभी फ्रांस में ही हैं। खबर में बताया गया कि दो अन्य यात्रियों को जज के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें रिहा कर दिया गया। कुछ यात्री अपने मूल देश नहीं लौटना चाहते थे और विमान में चढ़ने से इनकार कर दिया था। बीएफएम टीवी ने कहा, ‘‘कुछ यात्री इस वापसी से नाखुश होंगे, क्योंकि वे योजना के अनुसार निकारागुआ की अपनी यात्रा जारी रखना चाहते थे।’’
रविवार को हवाई अड्डे को अस्थायी अदालत परिसर में बदल दिया गया और चार फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने हिरासत में लिए गए यात्रियों से पूछताछ की। यह सुनवाई ‘‘मानव तस्करी’’ के संदेह में पेरिस अभियोजक के कार्यालय द्वारा शुरू की गई जांच के हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी। फ्रांसीसी मीडिया के अनुसार, कुछ यात्रियों ने हिंदी और कुछ ने तमिल भाषा में अपनी बात रखी। विमान के रवाना होने के लिए अधिकृत होने के बाद, रविवार को फ्रांसीसी न्यायाधीशों ने प्रक्रिया में अनियमितताओं के कारण सुनवाई रद्द करने का फैसला किया। यात्रियों में 21 महीने का एक बच्चा और 11 ऐसे नाबालिग शामिल हैं, जिनके साथ कोई नहीं है। विमान के दो यात्रियों की पुलिस हिरासत की शर्तें सोमवार को हटा ली गईं। दोनों व्यक्तियों को अवैध आव्रजन गिरोह में भूमिका निभाने के संदेह में शुक्रवार को हिरासत में लिया गया था। उनकी हिरासत शनिवार को 48 घंटे तक के लिए बढ़ा दी गई थी। लोक अभियोजक के कार्यालय ने कहा कि एक न्यायिक जांच शुरू की गई है। एअरलाइन की वकील ने तस्करी में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया।

LEAVE A REPLY