दोस्त को 2 हजार भेजते ही खाते में जमा हुए 753 करोड़, बैंक पहुंचा शख्स तो सभी रह गए दंग
चेन्नई में एक फार्मेसी स्टाफ द्वारा अपने दोस्त को 2 हजार रुपये भेजने के तुरंत बाद बैंक द्वारा एक मैसेज भेजा गया। इस मैसेज में लिखा था कि उसके बैंक खाते में 753 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। इस मामले की जानकारी जिसे भी हुई वह दंग रह गया।
सोचिए आपको कैसा लगेगा जब आप अपने दोस्त या किसी पहचान वाले को मामूली रकम ट्रांसफर करें और अचानक आपको बैंक द्वारा मिलने वाला यह मैसेज मिलने की आपके खाते में करोड़ों रुपये जमा किए गए हैं। चेन्नई में एक फार्मेसी स्टाफ के साथ ऐसा ही हुआ है। शनिवार को मोहम्मद इदरीस ने अपने दोस्त को 2 हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। इसके बाद ही उसके बैंक खाते में करोड़ों रुपये जमा होने का मैसेज मिला। यह मैसेज मिलते ही इदरीस को झटका लगा या खुशी अब इदरीस ही जाने, लेकिन यह सब ज्यादा देर तक नहीं चल सका। क्योंकि ऐसा होने के तुरंत बाद ही बैंक द्वारा उसके बैंक खाते को प्रीज कर दिया गया।
दरअसल मामला शनिवार का है। 30 वर्षीय इदरीस का बैंक खाता कोटक महिंद्रा बैंक में है। शनिवार की सुबह इदरीस ने अपने दोस्त को 2000 रुपये भेजे। पैसे भेजने के साथ ही बैंक की तरफ से उसे मैसेज मिला कि उसके खाते में 753.48 करोड़ रुपये जमा कर दिए गए हैं। ऐसा होते के साथ ही जब उसने मैसेज पढ़ा तो वह दंग रह या और बैंक की शाखा पहुंच गया। जब इसके बारे में उसने पूछताछ की तो अधिकारियों ने उसके बैंक अकाउंट का डिटेल लिया और चंद मिनटों बाद ही उसके बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया। बता दें कि इदरीस के बैंक खाते में महज 3 हजार रुपये थे, लेकिन 753 करोड़ रुपये बैंक खाते में जमा होने के मैसेज ने उसे चौंका दिया।
इस बाबत कोटक महिंद्रा बैंक की शाखा के अधिकारियों ने कहा कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण ये पैसे गलत खाते में चले गए थे। बैंक के अधिकारियों ने बताया कि शख्स का नाम मोहम्मद इदरीस है जो काम के लिए तिरुनेलवेली जिले से चेन्नई आया था। इदरीस बीते 10 साल से तेनाम्पेट में रह रहा है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं देखने को मिल चुकी है। पिछले दिनों तमिलनाडु में एक आम आदमी के बैंक खाते में 756 करोड़ रुपये जमा कराए गए थे। जब इस बात की सूचना तंजावुर के वीरा उदयनपट्टी में रहने वाले गणेशन ने बैंक अधिकारियों को दी तो यह पैसा उसके अकाउंट से बैंक अधिकारियों वापस ले लिया। बता दें कि इस दौरान भी यह गलती कोटक महिंद्रा बैंक से ही हुई थी।