पीएम मोदी से चीनी राष्ट्रपति की मुलाकात, जिनपिंग ने आपसी रिश्तों पर कही ये बड़ी बात
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘अनसुलझे’ मुद्दों पर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारतीय पक्ष की ओर से इस बात पर जोर देते हुए बात रखी गई कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापित रखना दोनों देशों के बीचसामान्य स्थिति बरकरार रखने के लिए जरूरी है।
ब्रिक्स सम्मेलन जहां नए देशों को साथ जोड़ने के लिए चर्चा में रहा। वहीं इस भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चर्चा पर भी सभी की नजर रही। पहले ये अटकलें लगाई जा रही थीं कि जिनपिंग और पीएम मोदी की मुलाकात होगी या नहीं? लेकिन मंच पर जब दोनों साथ आए तो पहले संक्षिप्त अभिवादन और मेल मुलाकात हुई। इसके बाद जिनपिंग ने पीएम मोदी से चर्चा की। गिरती अर्थव्यवस्था, अमेरिका से दुश्मनी के बीच बुझे बुझे से लग रहे शी जिनपिंग से पीएम मोदी ने दो टूक कह दिया कि चीन एलएसी का सम्मान करे, तभी हालात सुधरेंगे। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बातचीत में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-भारत संबंधों में सुधार आम हितों को पूरा करता है। साथ ही संबंधों में सुधार क्षेत्र और दुनिया की शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल है।सीमावर्ती इलाकों में शांति से ही सुधरेंगे हालात जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन के मौके पर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई। इसके बाद चीनी विदेश मंत्रालय और भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बातचीत पर अपना अपना पक्ष रखा।
भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ‘अनसुलझे’ मुद्दों पर भारत की चिंताओं से अवगत कराया। भारतीय पक्ष की ओर से इस बात पर जोर देते हुए बात रखी गई कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापित रखना दोनों देशों के बीचसामान्य स्थिति बरकरार रखने के लिए जरूरी है।
भारत चीन संबंध में सुधार दोनों के साझा हित: चीनी दूतावास
उधर, चीनी रीडआउट में कहा गया है, ’23 अगस्त को राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर वर्तमान चीन-भारत संबंधों और साझा हित के अन्य सवालों पर चर्चा की।इस दौरान आपसी विचारों का आदान प्रदान किया गया।’ इसमें कहा गया, ‘राष्ट्रपति शी ने इस बात पर जोर दिया कि चीन-भारत संबंधों में सुधार दोनों देशों और लोगों के साझा हितों को पूरा करता है। साथ ही यह दुनिया और क्षेत्र की शांति, स्थिरता और विकास के लिए भी अनुकूल है।’ नई दिल्ली में चीनी दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ‘दोनों पक्षों को अपने द्विपक्षीय संबंधों के समग्र हितों को ध्यान में रखना चाहिए और सीमा मुद्दे को ठीक से संभालना चाहिए ताकि संयुक्त रूप से सीमा क्षेत्र में शांति की रक्षा की जा सके।’ब्रिक्स नेताओं से भी पीएम मोदी ने की बातचीत
गुरुवार को जोहान्सबर्ग में एक मीडिया ब्रीफिंग में, क्वात्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी अपने संबंधित अधिकारियों को सीमा पर शीघ्र तनाव कम करने पर सहमत हुए हैं। क्वात्रा ने कहा कि ‘ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री ने अन्य ब्रिक्स नेताओं के साथ बातचीत की। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत में, प्रधानमंत्री ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ अनसुलझे मुद्दों पर भारत की चिंताओं पर प्रकाश डाला।’