नसों की कमजोरी से लेकर गठिया तक, इन 4 बीमारियों में फायदेमंद है महुआ

267
Share

नसों की कमजोरी से लेकर गठिया तक, इन 4 बीमारियों में फायदेमंद है महुआ
महुआ का दूध हो या तेल, ये आपके शरीर में सूजन को कम करने और स्वास्थ्य से जुड़ी कई स्थितियों को सही करने में मदद कर सकता है। आइए, जानते हैं किन समस्याओं में इनका सेवन करें।
महुआ के पेड़ को इंडियन बटर ट्री (Indiab butter tea) के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में इसके बीजों को खाया जाता है, इसका तेल बनाया जाता जाता है और यहां तक कि कई बीमारियों में इसके शराब का भी इस्तेमाल होता है। आज हम इसके कुछ मेडिसनल गुणों को लेकर बात करेंगे कि कैसे ये हमें सेहत से जुड़ी कई समस्याओं से बचा सकता है। जी हां, डायबिटीज, इनफर्टिलिटी और हड्डियों से जुड़ी कई समस्याओं में महुआ का सेवन फायदेमंद है। इसके अलवा भी इन बीजों के सेवन के कई फायदे हैं। तो, आइए जानते हैं किन समस्याओं में महुआ का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
महुआ कौन सी बीमारी में काम आता है-
1. ब्रोंकाइटिस में लें महुआ दूध
ब्रोंकाइटिस के मरीजों में फेफड़ों में लंबे समय तक सूजन रहती है जिसकी वजह लगातार खांसी आती है। ऐसी स्थिति में महुआ और दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है। आपको करना ये है कि महुआ के बीजों को दूध में उबालकर पका लें और फिर इस दूध का सेवन करें। ऐसा करना आपके फेफड़ों की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है और इसके लक्षणों से राहत मिल सकती है।
दांतों में ठंडा गरम लगे तो अपनाएं ये घरेलू उपचार, रसोई में रखी इन 4 चीजों का करें इस्तेमाल
2. गठिया में महुआ का शराब
गठिया में जोड़ों का दर्द और सूजन तेजी से बढ़ता जाता है। इसकी वजह से होता ये है कि जोड़ों में सूजन की समस्या होती है और फिर आपकी हड्डियों में तेज दर्द होता है। कई बार ये ये इतना दर्दनाक हो जाता है कि लोगों के लिए लिए रेडी रूटीन का काम भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आप महुआ का शराब गर्म करके अपने जोड़ों की मालिश कर सकते हैं। ये एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि जोड़ों के दर्द को कम कर सकता है।
3. नसों की कमजोरी में महुआ का तेल
नसों की कमजोरी में आप महुआ के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, नसों की कमजोरी में दवाइयों के साथ नसों में ब्लड सर्कुलेशन को तेज करना भी जरूरी है। इस काम में महुआ का तेल आपके लिए तेजी से काम कर सकता है। आपको करना ये है कि महुआ का तेल गर्म करें और इससे अपने पूरे शरीर की मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन तेज होगा और आप आराम महसूस करेंगे।
हीमोग्लोबिन की कमी को दूर करता है किशमिश, जानें सुबह खाली पेट इसे खाने के फायदे
4. पेप्टिक अल्सर की समस्या में
महुआ का फूल खाने से पेप्टिक अल्सर की समस्या में कमी आ सकती है। दरअसल, ये फूल आपके पेट की लाइनिंग में एसिड बाइल जूस प्रोडक्शन को कंट्रोल करने और इसे संतुलित करने में मदद कर सकता है। इसकी वजह से पेट के अंदरूनी घाव ठीक हो जाते हैं और डाइजेस्टिव एंजाइम्स का प्रोडक्शन बैलेंस रहता है। तो, इन तमाम कारणों से आपको महुआ का सेवन करना चाहिए।

LEAVE A REPLY