हिमाचल की पहली बारिश साथ लाई तबाही, मंडी-कुल्लू हाईवे पर लगा 15 किमी लंबा जाम
पहली बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। साथ ही सड़कों के खराब हो जाने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।मॉनसून की पहली बारिश में मंडी-कुल्लू हाईवे पर लैंडस्लाइड हिमाचल प्रदेश में हो रही भीषण बारिश के कारण राज्य के मंडी और अन्य कुछ जिलों में मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। यहां बारिश ने अब तबाही मचाना शुरू कर दिया है क्योंकि अचानक आई बाढ़ और बारिश के कारण भूस्खलन देखने को मिला। इस कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे कल रात से ही बाधित हो चुकी है। बता दें कि भूस्खलन के कारण हाइवे पर 15 किमी लंबा जाम लग चुका है। इस जाम के कारण इलाके के सारे होटलों में कमरों की बुकिंग फुल हो चुकी है और अन्य कई लोगों को रातभर रुकने के लिए होटलों में कमरा तक नहीं मिला। बता दें कि पहली बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। साथ ही सड़कों के खराब हो जाने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।
हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण अलग-अलग स्थानों पर अबतक 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। भारी बारिश के कारण जानवरों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अबतक 303 जानवरों की मौत हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक बारिश के कारण राज्य की 124 सड़के क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इस कारण कई स्थानों पर पर्यटक फंसे हुए हैं और स्थानीय लोगों की मदद से फंसे पर्यटकों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। शर्मा ने राज्य में आने वाले पर्यटकों को सूचित किया है कि राज्य में आने से पहले राज्य सरकार व आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशानिर्देश को जरूर पढ़ें।
बता दें कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के कारण मंडी जिले के औट के पास हजारों की संख्या में पर्यटक फंस गए। इस कारण यहां की सड़कों पर भारी जाम देखने को मिल रहा है। वहीं गाड़ियां की लंबी कतार लग चुकी है। भीषण जाम के कारण आसपास के होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है। इस कारण कई लोगों को रात कार में ही गुजारनी पड़ी है। बता दें कि मंडी-कुल्लू हाईवे के पास हुए लैंडस्लाइड की वजह से 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। अचानक हुई बारिश और लैंडस्लाइड के कारण राजमार्ग बाधित हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही रास्ते से पत्थरों को हटाने के बाद आवागमन फिर से शुरू कर दिया जाएगा।