UP में गजब है हाल! इंस्पेक्टर-कांस्टेबल ने लूट ली 50 किलो चांदी,

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UP में गजब है हाल! इंस्पेक्टर-कांस्टेबल ने लूट ली 50 किलो चांदी, सरकारी आवास में छिपाया माल, यूं पकड़े गए
औरेया में वर्दी पहनकर 50 किलो चांदी लूटने वाले भोगनीपुर थानाध्यक्ष और दारोगा को गिरफ्तार किया गया है ऐसे में खाकी लगातार सवालों के घेरे में आ रही हैं।
उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था का गजब हाल है। जनता का क्या होगा जब पुलिस खुद ही लूट में शामिल हो जाए? औरेया में खाकी को शर्मसार कर देने वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां कारोबारी के साथ हुई लूट में थानाध्यक्ष और दारोगा को गिरफ्तार किया गया है। यहां खाकी वर्दी पहनकर ही पुलिसवाले लूट की वारदात को अंजाम दे रहे थे। हाइवे पर वर्दी पहनकर 50 किलो चांदी लूटने वाले भोगनीपुर थानाध्यक्ष और दारोगा को गिरफ्तार किया है ऐसे में खाकी लगातार सवालों के घेरे में आ रही हैं।
सब इंस्पेक्टर और दारोगा ने औरैया बॉर्डर पर चेकिंग के बहाने एक ज्वैलरी कारोबारी मनीष सोनी की कार रुकवाई। इसके बाद कार में रखी 50 किलो चांदी लूट ली और मौके से फरार हो गए। घटना 6 जून की है। 7 जून को इस मामले में FIR दर्ज हुई। सर्राफा कारोबारी ने लूट की घटना की जानकारी कानपुर और औरैया एसपी को दी। मामला सुनकर पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए, क्योंकि पुलिसकर्मियों पर लूट जैसा गंभीर आरोप था।
जांच के बाद SP औरैया चारू निगम और कानपुर देहात के SP बीबीजीटीएस मूर्ति की मौजूदगी में भोगनीपुर में तैनात इंस्पेक्टर अजयपाल कठेरिया, दारोगा चिंतन कौशिक को गुरुवार रात अरेस्ट कर लिया। वहीं, सिपाही रामशंकर यादव अभी फरार है। पुलिस ने भोगनीपुर इंस्पेक्टर के सरकारी आवास से 50 किलो चांदी भी बरामद कर ली है। SP औरैया और SP कानपुर देहात ने संयुक्त कार्रवाई कर दोनों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिसकर्मियों द्वारा की गई लूट की ये वारदात चर्चा का विषय बनी हुई है। 10 लाख की लूट में दिल्ली पुलिस के 4 कांस्टेबल अरेस्ट
इससे पहले हाल ही में राजधानी दिल्ली में भी ऐसा ही एक मामला सामने आ चुका है, जहां कारोबारी के साथ हुई लूट में चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया था। बीते 10 अप्रैल को एक कारोबारी के घर से 10 लाख 50 हजार रुपये के लूट का खुलासा करते हुए सागरपुर थाना पुलिस ने चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक आरोपियों में विजय वर्मा, दीपक यादव, मंजेश राणा और अंकित कसाना शामिल थे। ये सभी आरोपी कांस्टेबल पद पर तैनात थे और साल 2020 में अनुकंपा के आधार पर दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे।

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