अब क्रूज से करिये भारत से श्रीलंका का सफर, जहां से जुड़ा है प्रभु श्रीराम का पौराणिक इतिहास
भारत और श्रीलंका के बीच बुधवार से क्रूज सेवा की शुरुआत कर दी गई है। अब चेन्नई से श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह तक क्रूज की सवारी की जा सकेगी। इसके लिए अभी से बुकिंग शुरू हो गई है। पूरी जानकारी बुकिंग साइट से प्राप्त कर सकते हैं। प्रभु श्रीराम से जुड़े पौराणिक स्थल जाने के इच्छुक लोगों के लिए यह सेवा सुपर है।
भारत से श्रीलंका के बीच चलने वाले क्रूज की प्रतीकात्मक फोटो
यदि आप अंतरराष्ट्रीय यात्रा का आनंद क्रूज से करना चाहते हैं और समुद्र की लहरों का मजा उठाने के साथ पौराणिक स्थल का दर्शन करना चाहते हैं तो भारत से श्रीलंका का सफर कर सकते हैं। चेन्नई से श्रीलंका के हंबनटोटा के लिए क्रूज सेवा शुरू हो चुकी है। भारत और श्रीलंका सरकार के बीच लंबे समय से इसके लिए पहल चल रही थी, जिसे अब साकार रूप दे दिया गया है। अब इस क्रूज से आप उस श्रीलंका का सफर कर सकते हैं, जहां से प्रभु श्रीराम का पौराणिक इतिहास जुड़ा है।चेन्नई से भारतीय पर्यटकों को लेकर पहला क्रूज बुधवार को श्रीलंका के दक्षिणी बंदरगाह नगर हंबनटोटा पहुंचा। ऐडवांटिस और कॉर्डेलिया क्रूज के स्थानीय एजेंट ने कहा, “एमएस एम्प्रेस” 1,600 यात्रियों और चालक दल के 600 सदस्यों के साथ पहुंचा। स्थानीय मीडिया ने पहले सूचना दी थी कि एडवांटिस – हेलेस ग्रुप की परिवहन और रसद शाखा – और कॉर्डेलिया क्रूज़, एडवांटिस – ट्रैवल एंड एविएशन के बीच एक साझेदारी के हिस्से के रूप में सामान्य बिक्री एजेंट के रूप में काम करेगा, जबकि एडवांटिस ग्रुप की सहायक कंपनी क्लेरियन शिपिंग कॉर्डेलिया क्रूज के लिए श्रीलंका में पोर्ट एजेंट के रूप में काम करेगी।अगले चार माह में हजारों पर्यटक कर सकते हैं यात्रा
भारत और श्रीलंका के बीच क्रूज सेवा शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफे की उम्मीद है। लगभग 80,000 पर्यटकों – ज्यादातर भारतीय – के अगले चार महीनों के दौरान हर हफ्ते चेन्नई-हंबनटोटा-ट्रिंकोमाली-चेन्नई सेवा का उपयोग करने की उम्मीद है। क्रूज सेवा की शुरुआत 2022 में अतुल्य भारत अंतरराष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रूज सेवा के लिए चेन्नई बंदरगाह और जलमार्ग अवकाश पर्यटन के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन की पृष्ठभूमि में हुआ है। (PTI)