मुर्शिदाबाद । दिन-रात मेहनत मजदूरी करके मुश्किल से 200 से 300 रुपये कमा पाने वाले मजदूर मो. नसीरुल्लाह को घर चलाना मुश्किल होता है। सुबह से शाम तक कड़ी मेहनत के बाद शाम को जो रुपये मिलते हैं उससे परिवार का खर्च किसी तरह चल जाता है। पीएम नरेंद्र मोदी सरकार आई तो नसीरुल्लाह ने जीरो बैलेंस खाता खुलवाया। उसे उम्मीद थी कि केंद्र सरकार उसकी मदद करेगी और खाते में उसके रकम आएगी। नसीरुल्लाह के खाते में महज 17 रुपये थे। हाल ही में जब उसे पता चला कि उसके अकाउंट में 100 करोड़ रुपये हैं। इसकी जानकारी उन्हें तब हुई, जब साइबर सेल ने उन्हें नोटिस भेजा। बैंक जाने पर पता चला कि उनका अकाउंट बैंक ने ब्लॉक कर दिया है। गूगल ऐप पर उन्होंने चेक किया तो अकाउंट में 100 करोड़ होने की जानकारी मिली। नसीरुल्लाह के रातों की नींद उड़ गई है, परिवार टेंशन में हैं।मामला पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का है। दिहाड़ी मजदूर नसीरुल्लाह ने कहा कि उसे जब से यह पता चला है कि उसके खाते में सौ करोड़ रुपये हैं, तब से वह सो नहीं पाया है। उसने कहा कि आज तक उसने हजार रुपये एक साथ नहीं देखे और इतनी बड़ी रकम ने उसके होश उड़ा दिए हैं।नसीरुल्लाह ने बताया कि उसे डेगाना साइबर सेल ने नोटिस दिया है। उसे पूछताछ के लिए 30 मई को पुलिस के सामने पेश होना है। उसने कहा कि पुलिस का फोन आने के बाद से वह परेशान है। उसका पूरा परिवार डरा हुआ है कि उसे जेल भेज दिया जाएगा।मजदूर नसीरुल्लाह ने बताया कि वह बासुदेबपुर गांव का रहने वाला है। उसने जोरी बैलेंस से अपना खाता खुलवाया था। जब उसे साइबर सेल का नोटिस मिला तो यकीन नहीं हुआ। वह बैंक गया। बैंक में उसे पता चला कि उसका अकाउंट ब्लॉक हो गया है। ब्लॉक होने से पहले उसके खाते में 17 रुपये थे। अब अकाउंट में सौ करोड़ कहां से आए? नहीं पता।
नसीरुल्लाह ने बताया कि उसने अपने मोबाइल पर गूगल ऐप चेक किया तो उसमें 7 अंकों की संख्या वाली रकम दिखाई दी। वह पढ़ालिखा नहीं है इसलिए उसने एक अन्य शख्स से चेक करवाया। उसने बताया कि उसके अकाउंट में 100 करोड़ रुपये की राशि जमा होना दिखा रहा है।नसीरुल्लाह ने बताया कि उसे बैंक में बताया गया कि उसका अकाउंट ब्लॉक है। इससे ज्यादा डीटेल नहीं बताई जा सकती है क्योंकि उसके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज किया गया है। फिलहाल वह अपने अकाउंट से कोई लेनदेन नहीं कर सकता है।