असम में ‘तूफान सितरंग’ की वजह से भारी तबाही देखने को मिली है। राज्य के 83 गांवों के करीब 1100 लोग इस तूफान से प्रभावित हुए हैं। भारी बारिश की वजह से कई घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। भारी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान राज्य के नागांव जिले में हुआ है। यहां के कालियाबोर, बामुनि, सकमुथिया चाय बगान, बोरलीगांव क्षेत्र में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि तूफान में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। कालियाबोर के ग्राम प्रधान ने कहा, ”ग्राम प्रधान के रूप में मैंने पूरे गांव का दौरा किया। यहां काफी नुकसान हुआ है। सर्कल अधिकारी को मैं इसकी रिपोर्ट भेज दूंगा।”
कई उड़ानें और ट्रेनें रद्द
तूफान सितरंग के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में कई उड़ानें और ट्रेनें रद्द कर दी गईं। रेलवे भी किसी भी तरह की घटना से निपटने के लिए हाई अलर्ट पर है। मंगलवार बारिश के बाद गुवाहाटी में बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। तूफान का बड़ा असर त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड में भी देखने को मिला है। वहीं पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है।
राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई
असम में सोमवार सुबह चक्रवाती तूफान सितरंग का असर महसूस किया गया। राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई। इनमें करीमगंज, कछार, हैलाकांडी और दीम हसाओ जिले शामिल थे। IMD के अनुसार सोमवार तड़के 3.17 बजे सितरंग पश्चिम बंगाल में सागर द्वीप से 520 किमी दक्षिण और बांग्लादेश में बारिसल से 670 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रीत था। बता दें मंगलवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा था कि चक्रवाती तूफान सितरंग उत्तर-पूर्व में अगरतला और शिलांग के करीब अब कमजोर पड़ गया है।