फर्जी डिग्री दिखाकर बने थे सरकारी हेडमास्टर, नौकरी गई

93
Share

फर्जी डिग्री दिखाकर बने थे सरकारी हेडमास्टर, नौकरी गई और 13 सालों की सैलरी भी की जाएगी वसूल
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बीएससी (BSc) और बीएड (BEd) की फर्जी डिग्री दिखाकर पिछले 13 सालों से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से सामने आया मामलाफर्जी डिग्री दिखाकर 13 साल से कर रा था नौकरीअब तक दिए गए वेतन की भी वसूली के निर्देश
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में बीएससी (BSc) और बीएड (BEd) की फर्जी डिग्री दिखाकर पिछले 13 सालों से नौकरी कर रहे एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं उसे अब तक दिए गए वेतन की भी वसूली के निर्देश दिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि कुण्डा तहसील क्षेत्र के अहिबरनपुर स्थित प्राइमरी स्कूल में रोहित कुमार यादव प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थे। रोहित कुमार को BSc और BEd की फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी हासिल करने के आरोप में बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया। फर्जी डिग्री का कैसे हुआ खुलासा?
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यादव को अब तक वेतन के रूप में किए भुगतान की वसूली के निर्देश भी जारी किए गए हैं। सिंह ने बताया कि प्रयागराज के निवासी राजनाथ यादव ने 17 फरवरी 2021 को बेसिक शिक्षा विभाग के अपर निदेशक से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि रोहित कुमार यादव की बीएससी और बीएड की डिग्री फर्जी है। शिकायत के आधार पर विभाग ने लखनऊ विश्वविद्यालय से डिग्री की जांच कराई, जिसमें वे फर्जी पाई गईं। उन्होंने बताया कि इस मामले में अपने खिलाफ नोटिस जारी होने पर रोहित ने नए सिरे से जांच की मांग की और परीक्षा नियंत्रण विभाग ने डिग्री फर्जी होने की एक बार फिर पुष्टि की। सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक रोहित कुमार यादव को बर्खास्त कर उन्हें वेतन के रूप में दी गई राशि की वसूली करने और थाना हथिगवां में मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
फर्जी डॉक्यूमेंट के सहारे नौकरी कर रहे चार शिक्षक बर्खास्त
गौरतलब है कि मई महीने में भी बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी रिकॉर्ड के सहारे नौकरी कर रहे चार प्राथमिक शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया था कि संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को इन चारों के विरुद्ध पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। सिंह ने बताया कि इन बर्खास्त शिक्षकों को वेतन समेत विभिन्न मदों में दी गई धनराशि की वसूली की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन सभी के शैक्षणिक अभिलेख फर्जी पाये गये हैं। सिंह ने कहा कि डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के लिए बार-बार निर्देशों के बावजूद उपस्थित न होने पर सभी चार शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।

 

 

LEAVE A REPLY