सीहोर जिले की रेहटी तहसील स्थित आंवली घाट नर्मदा तट पर लगातार हादसे हो रहे हैं। चार दिनों में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन बावजूद इसके प्रशासन व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।
मंगलवार को आंवली घाट नर्मदा तट पर गंजबासौदा निवासी सुनील दुबे की डूबने से मौत हो गई। इससे पहले 16 अप्रैल को भोपाल निवासी मुकेश प्रजापति की डूबने से मौत हो गई थी। वहीं, तहसील के ही नीनौर नर्मदा घाट पर बायां निवासी एक 18 वर्षीय युवक की भी गहरे पानी में डूबने से मौत का मालमा सामने आया है।
आंवली घाट नर्मदा तट स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। लेकिन लगातार यहां लोग हादसों का शिकार होकर काल के गाल में समा रहे हैं। लेकिन जानलेवा हादसों के बाद भी प्रशासन सबक नहीं ले रहा है। आंवली घाट नर्मदा तट पर कई स्थान खतरनाक हो गए हैं, जहां अब तक कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। प्रशासन की तरफ से ऐसे खतरनाक स्थानों में न तो कोई बोर्ड लगाया गया है और न ही जाली लगाई गई है। पिछले साल हादसों के बाद प्रशासन ने यहां पर जाली लगाने की बात कही थी, लेकिन अब तक इसकी व्यवस्था नहीं की गई है। वहीं मामले पर नायाब तहसीलदार जयपाल सिंह उइके का कहना है कि आंवली घाट स्थित नर्मदा तट पर खतरनाक स्थानों पर बोर्ड लगाए गए हैं। इन बोर्डों पर चेतावनी भी लिखी गई है, लेकिन इसके बाद भी श्रद्धालु यहां पर नहाने के लिए पहुंच जाते हैं। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करके बेहतर प्रबंध किए जाएंगे।