एजेंसी समाचार
आजमगढ़। यूपी के आजमगढ़ जिले में सातवें चरण के मतदान के बीच भारी बवाल हो गया। सदर विधानसभा क्षेत्र के पल्हनी स्थित एक बूथ पर शाम सवा पांच बजे समाजवादी पार्टी और भाजपा समर्थकों के बीच विवाद हो गया। कहासुनी के बीच दोनों ओर ईंट- पत्थर चलना शुरू हो गया। जिससे मौके पर अफरातफरी मच गई। पथराव में कई वाहनों के शीशे टूट गए।
सूचना के बाद भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच कर लाठियां भांजते हुए लोगों को खदेड़ा। आजमगढ़ जिले में सोमवार सुबह से छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान शुरू हुआ जो शाम में अंतिम दौर में पहुंचते ही हंगामेदार हो गया। स्थानीय लोगों के अनुसार प्राथमिक विद्यालय पल्हनी बूथ पर पल्हनी गांव, बेलइसा व सरफुद्दीनपुर क्षेत्र का पोलिंग बूथ बनाया गया था।
देखते-देखते ही दोनों ओर से चलने लगे ईंट-पत्थर
दिन भर यहां शांतिपूर्वक मतदान होता रहा। शाम में भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा यहां पहुंचे और कुछ देर तक बूथ पर बैठ गए। इसी सूचना पर सपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद यादव पक्ष के कुछ लोग मौके पर पहुंच गए। भाजपा प्रत्याशी के बूथ पर बैठने को लेकर लोगों में कहासुनी होने लगी। इस बीच एक पक्ष ने पथराव कर दिया। जिससे दूसरे पक्ष के लोगों के वाहन के शीशे टूट गए। इसके बाद दूसरे पक्ष ने भी पथराव शुरू कर दिया। कहासुनी व ईंट-पथराव के बीच बात बढ़ती गई। घंटे भर मौके पर अफरातफरी की स्थिति रही। घटना की जानकारी होते ही पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया।
आनन-फानन भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने जिसे मौके पर पाया उसे लाठियां भांजते हुए खदेड़ना शुरू कर दिया। घंटों मौके पर हंगामे की स्थिति रही। एसपी अनुराग आर्य स्वयं मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाला।
एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे समर्थक
घटना का कारण क्या था यह स्पष्ट नहीं हो सका है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। भाजपा पक्ष के लोगों का कहना है कि सपा के लोग यहां फर्जी वोटिंग करा रहे थे जिसकी सूचना पर भाजपा प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा मौके पर पहुंचे तो उन पर पथराव हो गया।
तो वहीं सपा पक्ष के लोगों का कहना था कि भाजपा प्रत्याशी पहले से वहां मौजूद थे और फर्जी वोटिंग करा रहे थे। इतना ही नहीं भाजपा प्रत्याशी ने ही सपाइयों के वाहन पर ईंट-पत्थर चलाया।
अब यह तो जांच का विषय है लेकिन सपा और भाजपा समर्थकों के बीच बूथ पर मारपीट और तोड़फोड़ हुई है। जिसे लेकर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
आजमगढ़ की 10 विधानसभा सीटों अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, निजामाबाद, फूलपुर-पवई, दीदारगंज, लालगंज और मेंहनगर पर मतदान हुआ। इन सीटों पर कुल 114 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।
लोकतंत्र के महापर्व पर की चचार्ओं का दौर पूरे दिन चलता रहा। आजमगढ़ से बाहर निवास कर रहे हर प्रत्येक लोग यह जानने को उत्सुक थे कि किस पार्टी का कितना पलड़ा भारी है। इस दौरान हर पार्टी के समर्थक कयास लगाते हुए अपने-अपने पार्टी के प्रत्याशी की जीत दर्ज करते रहे। लेकिन असली सच्चाई तो 10 मार्च को मतगणना के बाद ही हो पाएगी।
सोशल मीडिया पर जन-जन की जुबान पर लोकतंत्र के महापर्व की चर्चा जोरों पर की जा रही थी। इस दौरान जो जहां था, वहीं से मोबाइल पर सूचनाएं लेने में वयस्त रहा। इस दिलचस्पी के पीछे राजनीति के कुछ कद्दावर नाम थे। नामी-गिरामी लोगों के चुनावी मैदान में उतरने को लेकर यहां का चुनाव काफी खास है। कई लोगों की पगड़ी भी यहां दांव पर लगी है।