चुनौती बढ़ा रहे हैं चारधाम यात्रा मार्ग के सक्रिय भूस्खलन जोन

118
Share

देहरादून। चारधाम यात्रा मार्गों पर सड़क चैड़ीकरण कार्य के दौरान सक्रिय भूस्खलन जोन स्थानीय लोगों के लिए तो परेशानी का सबब बन ही रहे हैं, आसन्न यात्रा सीजन को लेकर भी चिंता बढ़ा रहे हैं। भूस्खलन बढ़ने से न सिर्फ हाइवे बाधित हो रहे हैं, बल्कि दुर्घटना की आशंका भी बराबर बनी रहती है। अभी हाल ही में नंदप्रयाग के पास बदरीनाथ हाइवे चैड़ीकरण के दौरान हुए भूस्खलन में पांच मकान जमींदोज हो गए थे। हालांकि, चैड़ीकरण कार्य के दौरान निर्माण एजेंसियां सुरक्षा के भी बराबर इंतजाम करती हैं, लेकिन कई बार कुदरत के आगे इंसान के सारे इंतजाम धरे-के-धरे रह जाते हैं।
ऑलवेदर रोड के तहत बदरीनाथ हाइवे पर चल रहे चैड़ीकरण कार्य के दौरान दो दर्जन से अधिक नए भूस्खलन जोन उभर आए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग और ढांचागत विकास निगम (एनएचआइडीसीएल) भी इन नए उभरे भूस्खलन जोनों से परेशान होकर इनका विशेषज्ञों से अध्ययन कराकर स्थायी ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बना रहा है। ये भूस्खलन जोन कर्णप्रयाग से बदरीनाथ के बीच कालेश्वर, लंगासू, दिउलीबगड़, नंदप्रयाग के पास, बांजबगड़ के पास, चमोली और बाजपुर के बीच, क्षेत्रपाल, बिरही, गडोरा पीपलकोटी, पातालगंगा पागल नाला आदि स्थानों पर सक्रिय हैं। यहां लगातार हाइवे पर मलबा और बोल्डर आ रहे हैं।

LEAVE A REPLY