अल्मोड़ा। लगातार घाटे से जूझ रहे भारत संचार निगम लिमिटेड ने शुक्रवार को अल्मोड़ा परिमंडल (एसएसए) के चार जिलों में 131 में से 74 कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दे दी। इनमें सबसे अधिक संख्या अल्मोड़ा जिले की है। यहां तैनात कुल 65 में से 52 कर्मचारियों को वीआरएस दिया गया है। अब जनपद में मात्र 14 कर्मचारियों के बूते सेवा दी जाएगी। उधर, चंपावत में चार व पिथौरागढ़ में 18 कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति दी गई है।
कुमाऊं में अल्मोड़ा परिमंडल की बात करें तो बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में अब तक बीएसएनएल के 131 कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे थे। 74 कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद चारों जिलों में संख्या आधे से भी कम रह गई है। इससे निगम में कार्यरत कर्मचारियों के ऊपर काम का बोझ बढ़ गया है। बीएसएनएल के सामने इन जिलों में केवल 57 कर्मचारियों के बूते लाखों उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा की चुनौती खड़ी हो गई है। हालांकि अधिकारी पूरी तैयारी का दावा कर रहे हैं। मगर दुश्वारियां कम नहीं हैं। अल्मोड़ा परिमंडल के चार जिलों में ढाई सौ से अधिक मोबाइल बीटीएस व करीब डेढ़ सौ दूरभाष केंद्र हैं। इनसे वर्तमान में आठ लाख से अधिक मोबाइल व साढ़े आठ हजार लैंडलाइन उपभोक्ता जुड़े हैं। लगातार घाटे से निगम पूर्व में लगभग 114 कैजुअल कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुका है। ऊपर से अब वीआरएस की मार। ऐसे में निगम के दो सौ से अधिक मोबाइल बीटीएस और दूरभाष केंद्र कर्मचारी विहीन हैं।