आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने आत्मदाह की दी चेतावनी, निदेशालय का किया घेराव

138
Share

देहरादून। पिछले 20 दिनों से धरना स्थल पर बेमियादी अनशन पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के आंदोलन ने उग्र रुप ले लिया। इस दौरान हजार के करीब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां नंदा की चैकी स्थित महिला सशक्तिकरण एंव बाल विकास विभाग के निदेशालय का घेराव करने पहुंची।
कार्यकत्रियां सुबह साढ़े 11 बजे निदेशालय पहुंची, जहां उन्होंने राज्यमंत्री रेखा आर्य और राज्य व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आंगनबाड़ी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि जब तक विभाग आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भेजे गए नोटिस वापस नहीं लेता तो वह निदेशालय के बाहर ही आत्मदाह कर देंगी। अगर विभाग नोटिस वापस लेने की हिम्मत नहीं रखता तो सब की सब कार्यकत्रियों को इकट्ठे बर्खास्त करने का दम दिखाए। उन्होंने इस मौके पर अधिकारियों को युवाओं की ओर से रात को धमकाने की बात भी बताई। बता दें कि विभाग की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को देर शाम तक का समय दिया गया है। यदि वह शुक्रवार को काम पर वापस नहीं लौटती तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की ओर से कार्यालय के सभी दरवाजे बंद करने पर उपनिदेशक एसके सिंह और उपनिदेशक सुजाता कार्यकत्रियों से बात करके समाधान निकालने कार्यकत्रियों से मिलने पहुंची, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां शांत नहीं हुई और दोनों अधिकारियों को सवालों से घेर लिया। इसके बाद जब निदेशक झरना कमठान उनके धरना खत्म करने की निवेदन करने पहुंची, तो उन्होंने मांगे पूरी न होने पर निदेशालय के बाहर आत्मदाह करने की बात की। इसे निदेशक वापस अपने कक्ष में लौट गईं। बता दें कि घेराव के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां राज्यमंत्री रेखा आर्य से काफी नाराज दिखीं। कार्यकत्रियों के अनुसार 40 करोड़ के बजट में सरकार के पास कुछ भी नहीं। जो घंटो काम करके उत्तराखंड की महिलाओं और बच्चों को सुविधाएं दे रही है, उनकी तुलना जेएनयू के उग्र स्टूडेंट्स के साथ की जा रही है। ऐसी सरकार उनका क्या भला करेगी।

LEAVE A REPLY