एजेंसी न्यूज
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में देश भर के 22 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें से दो बच्चे जम्मू और कश्मीर से भी शामिल हैं। गैर सरकारी संस्था भारतीय बाल कल्याण परिषद (इंडियन काउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर) ने इन पुरस्कारों की घोषणा की थी। वीरता पुरस्कार प्राप्त किए 22 बच्चों में 10 लड़कियां व 12 लड़के शामिल हैं। एक बच्चे को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया गया।
भारतीय बाल कल्याण परिषद पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप के कारण बीते साल बाल विकास मंत्रालय ने खुद को इन पुरस्कारों से अलग कर लिया था। इस कारण बीते साल से इंडियन काउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर (आईसीसीडब्ल्यू) ही पुरस्कार दे रही है।
वीरता पुरस्कार के लिए चुने गए बच्चे गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा नहीं होंगे। आईसीसीडब्ल्यू ने इस साल से पुरस्कारों के नाम भी बदल दिए हैं। पहले संजय चोपड़ा, गीता चोपड़ा, बापू गेधानी नाम से पुरस्कार दिए जाते थे। इस बार से इनके स्थान पर मार्कंडेय पुरस्कार, ध्रुव पुरस्कार, अभिमन्यु पुरस्कार, प्रह्लाद पुरस्कार, व श्रवण नाम से पुरस्कार दिया गया।
परिषद की संरक्षक गीता सिद्धार्थ ने बताया कि बहुत समय से पुराने नाम पर ही पुरस्कार दिए जा रहे थे इसलिए इनको बदला गया है। इस बार भारत अवार्ड केरल के 15 वर्षीय आदित्य को दिया गया। जबकि पौड़ी गढ़वाल जिले की 10 वर्षीय राखी को मार्कंडेय पुरस्कार, ओडिशा की 15 वर्षीय पूर्णिमा गिरी व सबिता गिरी को ध्रुव पुरस्कार दिया गया।