देहरादून। सवा पांच साल से सियासी कलह में फंसे गरीबों के 56 फ्लैट आखिरकार उन्हें मिल ही गए। बस्तियों के लोगों को आवास देने के लिए केंद्र सरकार की योजना बीएसयूपी (बेसिक सर्विस फॉर अर्बन पुअर) योजना के तहत ब्रह्मपुरी में बने 56 फ्लैटों की नगर निगम में लॉटरी निकाली गई। इसमें 60 आवेदकों ने आवेदन किया था। अब उन्हें फ्लैट की एकमुश्त रकम 29-29 हजार रुपये चुकाने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है। नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि यह रकम देने के बाद ही इन फ्लैट की रजिस्ट्री की जाएगी।
बीएसयूपी के तहत शहर में बनाए गए फ्लैटों के आवंटन पर अक्टूबर-2014 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के काबीना मंत्री दिनेश अग्रवाल ने रोक लगा दी थी। इसके बाद से फ्लैट खंडहर हो रहे थे। फ्लैटों के आवंटन को महापौर सुनील उनियाल गामा ने सीएम से गुहार लगाई थी। मंजूरी मिलने के बाद अब लॉटरी के लिए इनका आवंटन किया गया। मलिन बस्तियों में रहने वालों के लिए नगर निगम ने बीएसयूपी फ्लैट का निर्माण कराया था। 2014 में लगभग डेढ़ सौ आवास तैयार हो चुके थे और आवंटन प्रक्रिया शुरू होने वाली थी।
अक्टूबर-14 में ब्रह्मपुरी में बने 56 आवासों में अवैध बस्तियों को तोड़ वहां रहने वालों को शिफ्ट करने की तैयारी की ही थी, लेकिन प्रक्रिया पर ब्रेक लग गया। दो कमरे वाले सैकड़ों फ्लैट खंडहर हो रहे थे। पीएम आवास योजना के तहत अब निगम ने इन फ्लैटों का आवंटन किया। ब्रह्मपुरी के 56 फ्लैटों के लिए 60 लोगों ने आवेदन किया था। इस पर लॉटरी के जरिए आवंटन प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। आयुक्त ने बताया कि एक फ्लैट की कीमत 29577 रुपये है। सहायक अभियंता रचना पायल की देखरेख में लॉटरी प्रक्रिया पूरी हुई।