देहरादून। करीब ढाई महीने से आम आदमी को रुला रहे प्याज के दाम अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगे हैं। दून की मंडी में प्याज की आवक सामान्य हो गई है, जबकि थोक दाम में भी कुछ गिरावट आई है। ऐसे में बाजार में प्याज के दाम सामान्य स्तर पर आने की उम्मीद जग गई है।
देशभर में पिछले कुछ समय से प्याज ने हाहाकार मचा रखा है। दून भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी प्याज ने आम आदमी का बजट बिगाड़ रखा है। हालांकि अब आम आदमी को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है। पिछले कुछ दिन से मंडी में प्याज की आवक सामान्य हो गई है। जबकि थोक दाम में भी कुछ गिरावट आ गई है। लगातार 70 से 75 रुपये पर चल रहा प्याज अब 65 के स्तर पर पहुंच गया है। जिससे बाजार में 90 से सौ रुपये किलो की दर से बिक रहा प्याज अब 70 रुपये किलो मिलने लगा है। सोमवार को मंडी में करीब 1500 कुंतल प्याज पहुंचा। जबकि मंगलवार को भी 800 कुंतल प्याज की आवक हुई।
प्याज की फसल तैयार होने में करीब ढाई से तीन माह का समय लगता है। नासिक में पिछली बार बारिश से खराब हुई फसल को और देशभर में प्याज के दामों में आए उछाल को भी तकरीबन ढाई माह का समय हो चुका है। ऐसे में नई फसल अब तैयार हो गई है। मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि नासिक, इंदौर और अलवर से प्याज की नियमित आवक हो रही है। जबकि मिस्र का प्याज भी दून पहुंचने लगा है। जल्द ही प्याज के दामों में और गिरावट आ जाएगी।
खाद्य आपूर्ति विभाग भी आमजन को राहत पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में राशन की दुकानों में सस्ता प्याज बेचा जा रहा है। मंगलवार को राशन विक्रेताओं ने मंडी से 77 कुंतल प्याज खरीदा। यह प्याज राशन की विभिन्न दुकानों पर 70 रुपये प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है। जबकि, राशन विक्रेता इसे मंडी से 67 रुपये की दर पर खरीद रहे हैं। प्रत्येक राशन कार्ड धारक को दो किलो प्याज की दिया जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी जेएस कंडारी नेे बताया कि अभी शहर में कुल 47 दुकानों पर प्याज उपलब्ध है। इसमें प्रेमनगर और रायपुर में सबसे ज्यादा 10 दुकानें शामिल हैं।