देहरादून। केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध जारी है। दून में मुस्लिम समुदाय के लोग शांतिपूर्ण ढंग से कानून का विरोध कर रहे हैं। प्रत्येक जुमे को समुदाय के लोग विभिन्न प्रकार से सांकेतिक विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में इस शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय ने जुमे की नमाज पढ़ने के बाद मुंह पर काली पट्टी और हाथ बांधकर नाराजगी जताई।
शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी के आह्वान पर दून के मुस्लिम समुदाय ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुंह पर काली पट्टी बांधी, साथ ही दोनों हाथ बांधकर सीएए का विरोध किया। शहर काजी ने पलटन बाजार स्थित जामा मस्जिद में अन्य नमाजियों के साथ नमाज पढ़ी।
उन्होंने अपनी तकरीर में कहा कि सच्चा मुस्लिम हिंसा की बजाय शांतिपूर्ण ढंग से विरोध करता है। देश में रहने वाला एक-एक मुसलमान हिंदुस्तानी है और देश की सलामती और अमन की दुआ करता है। उन्होंने समुदाय के लोगों से अपील की है कि सरकार या किसी व्यवस्था का विरोध करें, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से, जिससे देश में शांति और भाईचारे का माहौल बना रहे। नागरिकता संशोधन कानून पर उन्होंने कहा कि सरकार ने इस कानून में मुस्लिमों का खयाल नहीं रहा है।
उधर, शुक्रवार को शहर की तमाम मस्जिदों में जुमे की नमाज अता की गई। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज पढ़ देश में सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रहने की दुआ की। इसके बाद कुछ मस्जिदों में मुंह पर काली पट्टी बांधी गई तो कई जगह दोनों हाथ बांधकर सांकेतिक विरोध जताया गया।
इधर, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट है। पहले की तरह इस जुमे पर भी नमाज के दौरान शहर की सड़कों और मस्जिदों के पास भारी पुलिस बल गश्त करती नजर आई। ताकि कोई शरारती तत्व शांति भंग करने या उपद्रव का प्रयास न करें। इससे पहले भी पिछले जुमे को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोजा रखकर विरोध प्रकट किया था।