एनआरसी व सीएबी के विरोध में शुक्रवार को प्रस्तावित जलसा स्थगित

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हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। सांसद डा. एसटी हसन ने कहा कि नागरिकता संसोधन कानून एनआरसी की भूमिका है। एनआरसी लागू हुआ तो हम कानूनों को न मानने का ऐलान कर देंगे। सांसद ने सदन में मिली नागरिकता कानून की प्रति जला कर प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा कि हम लोकतंत्र को बचा कर रहेंगे। शुक्रवार को प्रस्तावित जलसे को फिलहाल जिला प्रशासन के प्रयास से टाल दिया गया है। जल्द इसे किया जाएगा।
सांसद ने कहा कि इस नागरिकता संशोधन कानून से इतनी समस्या नहीं है। दर असल यह एनआरसी की भूमिका है। एनआरसी लागू हुआ तो करोड़ों ऐसे मुसलमानों जिनपर सुबूत नहीं होंगे वह कहां जाएंगे। वह घुसपैठिए साबित हो जाएंगे। इन सभी मुद्दों पर एक जलसा हमने शुक्रवार को रखा था पर अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि इसे प्रशासन के कहने पर स्थगित करना पड़ रहा है। पर जल्द इसे किया जाएगा इसमें सभी धर्मों के लोग रहेंगे। जो लोग देश को बचाना चाहते हैं वह सब एक जुट हैं। उन्होंने कहा मौजूदा सरकार हमारा जम्हूरी हक खत्म करना चाहती है। डा. एसटी हसन ने चेताया कि अगर एनआरसी लागू करने की जुर्रत की तो हम कानूनों को न मानने का ऐलान कर देंगे। हम सरकार को बता देंगे कि हम आने वाली नस्लों को नफरत नहीं प्यार देना चाहते हैं। इस देश को बांटने की साजिश कामयाब नहीं होने देंगे। दिल्ली अलीगढ़ में छात्रों पर लाठीचार्ज की निंदा की। इस दौरान शहर इमाम सैयद मासूम अली आजाद, जमीयत उलमा के प्रदेश अध्यक्ष अशहद रशीदी, हाथी वाला मंदिर के पुजारी रामनायक, सलीम बाबरी ने नागरिकता कानून का विरोध किया। हयातुल नबी, इश्तियाक हुसैन, असद कमाल, कैसर अली कुद्दूसी आदि मौजूद रहे।

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