जांच में फेल हुई रोडवेज की सभी 150 नई बसें कंपनी को होंगी वापस

179
Share

देहरादून। राज्य परिवहन निगम में दो माह पूर्व टाटा कंपनी से खरीदी गई सभी 150 बसें जांच में फेल हो गई हैं। दिल्ली के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट (सीआइआरटी) की रिपोर्ट में बसों को दोषपूर्ण बताते हुए इनका संचालन न करने की संस्तुति की गई है। टीम ने बसों के गियर लीवर को खतरनाक माना है और इससे हादसे का खतरा बताया है। परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने रिपोर्ट को गंभीरता से लेकर सभी बसें लौटाने के निर्देश दिए।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चैहान ने रविवार शाम इन 150 बसों को टाटा कंपनी को वापस करने का आदेश जारी कर दिया। इन बसों में 125 बसों का संचालन हो रहा था, जबकि 25 बसें अभी रोडवेज को डिलीवर नहीं हुई थीं। हालांकि, ये 25 बसें देहरादून पहुंच गईं थी मगर इस बीच पूर्व में मिली बसों में तकनीकी खराबी की शिकायत पर परिवहन निगम ने इन 25 बसों की आपूर्ति पर रोक लगा दी थी। बसों में बसों के गियर लीवर न केवल मानक से ज्यादा लंबे पाए गए बल्कि यह गुणवत्ता के स्तर पर भी फेल साबित हुए। सीआइआरटी की जांच में पाया गया कि बसों में ड्राइवर का केबिन छोटा है और गियर लीवर उसके बाहर निकला हुआ है। जांच में यह भी रहा कि गियर लीवर के मेन प्वाइंट के ठीक पीछे जो यात्री सीट दी गई है, वह खतरनाक है। यात्री का पांव गियर लीवर से टकरा सकता है और इससे हादसे का खतरा है। टीम की ओर से अपनी जांच रिपोर्ट रविवार की शाम रोडवेज प्रबंधन को सौंपी गई।

LEAVE A REPLY