राम मंदिर आंदोलन के पहले दिन हमने जो सपना देखा था, वो अब पूरा हुआ

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एजेंसीं न्यूज
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन की अग्रिम पंक्ति में रहे कल्याण सिंह ने लखनऊ में मीडिया को संबोधित किया। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह ने बेबाक कहा कि राम मंदिर आंदोलन के पहले दिन हमने जो सपना देखा था, वो अब पूरा हुआ है।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे कल्याण सिंह ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि का मामला राजनीतिक नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक मुद्दा था। सुप्रीम कोर्ट का इसको लेकर फैसला पूरी तरह से न्यायसंगत व सर्वसमावेशी है। इसी कारण किसी ने भी इसके विरोध में आवाज नहीं उठाई है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के पहले दिन जो संकल्पना लोगों ने बनाई थी, वो पूरी होने जा रही है। देश में नौ नवंबर 2019 एक ऐतिहासिक दिन था। इस दिन 500 वर्ष पुराने विवाद का खात्मा हुआ।
अयोध्या फैसले के बाद कल्याण सिंह ने मीडिया से आज कहा कि हम राम मंदिर पर राजनीति नहीं करते हैं। सभी को फैसले का सम्मान करना चाहिए। कल्याण सिंह ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनना चाहिए। वहां पर राम के साथ अयोध्या का विकास होना चाहिए। मैं अयोध्या जरूर जाऊंगा। मैं पहले दिन से ही राम भक्त हूं। मस्जिद को लेकर पांच एकड़ जमीन देने पर कल्याण सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने न्याय और कानून का पालन किया है, सुप्रीम कोर्ट ने समाज की एकता व अखंडता का भी ध्यान रखा है।
कल्याण सिंह ने कहा कि राम की नगरी में अब भव्य मंदिर बनेगा। अयोध्या में भी बड़े स्तर पर विकास होगा। कल्याण सिंह ने कहा कि 500 वर्ष पुराना विवाद खत्म हुआ है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में इतना विकास होना चाहिए कि लोगों को लगे कि यह राम की नगरी है। यहां पर राम के साथ-साथ अयोध्या का विकास रोटी से भी जुडना चाहिए। यानी राम और रोटी, रोजगार मिल सके ऐसा विकास।
सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से फैसला दिया है, फैसले को किसी की हार व जीत के रूप में न देखा जाए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित हैं। मैं खुद एक राम भक्त हूं। मैं तो पहले दिन से अयोध्या के विकास व राम मंदिर निर्माण का सपना देखता रहा हूं। इस मंदिर के शिलान्यास में मैं जाऊं या योगी आदित्यनाथ जाएं, अब यह कोई मसला नहीं है। मैं तो अब जल्द अयोध्या जाऊंगा पर अभी तारीख तय नहीं है। कल्याण सिंह ने कहा कि अब तो अयोध्या फैसले को जीत और हार के रुप में नहीं देखना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया है। इस ट्रस्ट को बनाना सरकार का काम है, कौन इसमें रहेगा कौन नहीं, यह सरकार तय करेगी।
कल्याण सिंह ने इस दौरान बाबरी विध्वंस केस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मुख्यमंत्रित्व काल में क्या कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति के चलते विवादित ढांचा गिरा। इस सवाल पर कल्याण सिंह ने कहा कि मामले की जांच सीबीआई ने की है। अभी मामला कोर्ट में है। जिसमें लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, विनय कटियार आदि बड़े नेता आरोपी हैं। मेरे खिलाफ 47 गवाहों की सूची सीबीआई ने पेश की है। जिनमें अभी सात की सुनवाई हुई है। इस पर अभी मैं कुछ नही कहूंगा। कल्याण सिंह ने एएमआईएम अध्यक्ष असददुद्दीन ओवैसी के बयान पर भी प्रतिक्रिया करने से मना किया।

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