श्रीनगर गढ़वाल। श्रीनगर से लगभग पांच किमी दूर धोबीघाट के ऊपर करैंखाल के जंगल में गुलदार (तेंदुआ) ने झपट्टा मारकर एक महिला को घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। बाद में घटनास्थल से लगभग दो सौ मीटर दूर झाड़ियों के बीच महिला का क्षत-विक्षत शव मिला। घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने खंडाह में पौड़ी मार्ग पर दो घंटे तक जाम लगाया। गढ़वाल वन प्रभाग के वरिष्ठ वन क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार भट्ट से मौके पर हुई वार्ता के बाद लोगों ने जाम खोला। मृतक महिला के परिवार को तत्काल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई, शेष सहायता राशि सभी औपचारिकताएं पूर्ण होने पर दी जाएगी।
बुधवार सुबह लोअर भक्तियाना निवासी मीनाक्षी नौटियाल (36 वर्ष) रोजाना की तरह तीन अन्य महिलाओं के साथ सुबह घास लेने के लिए करैंखाल के जंगल की ओर गयी थी। महिलाओं में वह सबसे आगे चल रहीं थी तभी गुलदार ने उस पर झपट्टा मारकर उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। साथ चल रही महिलाओं ने शोर मचाते हुए अपनी जान बचायी। घटना स्थल के सामने दूसरी ओर बछेली के जंगल में भी घास काट रही महिलाओं ने भी घटना को देख शोर मचाया।
मामले की जानकारी श्रीनगर कोतवाली को दी गई। पुलिस कर्मियों ने एसडीआरएफ के जवानों के साथ घने जंगल में महिला की खोजबीन का अभियान चलाया। महिलाओं ने बताया कि गुलदार महिला को जंगल के नीचे खंडाह की ओर लाया गया। बाद में घटना स्थल से लगभग दो सौ मीटर दूर झाड़ियों के बीच महिला का क्षतविक्षत शव मिला। तब तक मौके पर मृतक महिला के पति हरीश नौटियाल और अन्य परिजन भी पहुंच चुके थे।
घटना के विरोध में खंडाह में पौड़ी रोड पर ग्रामीणों ने जाम लगाया। ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में गुलदार पिछले कई दिनों से आतंक मचाए हुए है, लेकिन वन विभाग व प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी श्रीनगर दीपेंद्र सिंह, श्रीनगर कोतवाल नरेंद्र बिष्ट ने ग्रामीणों को शांत कराया। आक्रोशित लोगों ने मृतक महिला के शव को ले जा रही एम्बुलेंस को भी आगे नहीं जाने दिया। बाद में प्रशासन के साथ हुई वार्ता के बाद एम्बुलेंस को जाने दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने बेस अस्पताल में मृतक महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया।