ऋषिकेश। सुपरस्टार रजनीकांत एक वर्ष बाद फिर अपने गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम में पहुंचे हैं। एक वर्ष पूर्व वह अपनी फिल्म रोबोट की शूटिंग पूरी करने के बाद पहुंचे थे। यह फिल्म सुपरहिट हुई थी। रजनीकांत ने ऋषिकेश प्रवास के दूसरे दिन गुरु की समाधि और कक्ष में ध्यान लगाया।
यह इत्तेफाक कहा जाए या अभिनेता के भीतर फिल्मों की सफलता के लिए गुरु स्थान का आशीर्वाद लेना। इस बार भी वह अपनी फिल्म दरबार की शूटिंग पूरी करके पहुंचे हैं। सोमवार को वह बदरी-केदार की यात्रा को रवाना होंगे। सुपरस्टार रजनीकांत रविवार की दोपहर 12रू00 बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट से ऋषिकेश के शीशमझाड़ी स्थित अपने गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के आश्रम पहुंचे।
उनके साथ उनकी बड़ी बेटी ऐश्वर्या धनुष भी थी। आश्रम में पहुंचते ही रजनीकांत ने सबसे पहले अपने गुरु की समाधि के दर्शन किए। करीब 10 मिनट तक उन्होंने ध्यान लगाया। समाधि स्थल के बाद रजनीकांत यहां देवी के मंदिर में दर्शन करने गए। यहां के पुजारी और आश्रम के सेवकों ने उनका माल्यार्पण और तिलक कर स्वागत किया। भोजन ग्रहण करने के बाद रजनीकांत अपने कक्ष में चले गए।
शाम को करीब 5 बजे उन्होंने श्री दयानंद आश्रम गंगा धरेश्वर ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी शुद्धानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। शाम के वक्त रजनीकांत त्रिवेणी घाट पहुंचे। यहां उन्होंने गंगा आरती स्थल के समीप गंगा दर्शन किए। जिसके बाद बेटी के साथ स्वर्गाश्रम ओर रामझूला के भ्रमण पर चले गए।
सोमवार की सुबह उन्होंने गुरु की समाधि पर जाकर करीब 8 मिनट तक ध्यान लगाया। इस दौरान वहां किसी को भी नहीं जाने दिया गया। गुरु की समाधि से निकलने के बाद रजनीकांत अपने गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के कक्ष में गए। यह वही कक्ष है जहां स्वामी दयानंद सरस्वती ने अंतिम सांस ली थी। रजनीकांत ने इस कमरे के भीतर दरवाजा बंद किया और कई 10 मिनट तक वह भीतर ही ध्यान लगाकर बैठे रहे। आश्रम में रहने वाले उनके प्रशंसक उनसे मिलने पहुंचे। रजनीकांत में सभी के साथ फोटो खिंचवाई।
दयानंद आश्रम के प्रबंधक गुणानंद रयाल ने बताया कि अभिनेता रजनीकांत सोमवार की सुबह बदरी- केदार की यात्रा पर रवाना हो जाएंगे। वह वशिष्ठ गुफा के दर्शन करेंगे। रात्रि प्रवास रुद्रप्रयाग में होगा। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर सुपरस्टार अपने पारिवारिक मित्र सुमित अदलक्खा से भी मिले। उन्होंने बताया कि रजनीकांत अपनी बेटी के साथ तीर्थयात्रा के लिए यहां आए हैं।