हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। बिजली विभाग को बकाया वसूलने की और बिलली चोरी रोकने की तो फिक्र है मगर उपभोक्ताओं को मूलभूत सुविधायें देने की कोई फिक्र नहीं है। शहर में कई स्थानों पर ट्रांसफार्मर बिना कवर्ड के खुले में रखे हुए है। असालतपुरा के सीधी सराय फंसियो में खुले में रखा ट्रांसफार्मर हादसों को दावत दे रहा है मगर जेई से लेकर उच्चाधिकारियों तक कोई इसका संज्ञान नहीं ले रहा। सोशल मीडिया पर जिन व्हाट्सएप ग्रुप में बिजली के आलाधिकारी शामिल हैं और समय-समय पर लोगों से बकाया जमा करने की गुहार लगाते रहते हैं वही अधिकारी बिना कवर्ड के रखे ट्रांसफार्मर की जानकारी होने के बावजूद भी मौनधारण किये हुए है आखिर इसकी क्या वजह है? क्या खुले में रखे ट्रांसफार्मर को कवर्ड करने की जिम्मेदारी खुद उपभोक्ता पूरी करेंगे क्या? अगर खुले में रखे इन ट्रांसफार्मरों के कारण कोई हादसा हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा? शहर में कई स्थानों पर इस तरह खुले में रखे ट्रांसफार्मर देखे जा सकते हैं। अति व्यस्ततम असालतपुरा चैराहे पर भी इसी तरह बिना कवर्ड के ट्रांसफार्मर खुला रखा है। यहां जब जाम लगता है तो लोगों की भीड़ ट्रांसफार्मर से सटकर चलती है।
मजे की बात यह है कि लगभग डेढ़-दो वर्ष पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी ने सख्ती के साथ बिजली विभाग को आदेश दिये थे कि खुले में कोई भी ट्रांसफार्मर बिना कवर्ड के न रखा जाये मगर जिलाधिकारी के आदेशों का कितना पालन हो रहा है यह साफ जाहिर है। लगता है बिजली विभाग के आलाधिकारी किसी बड़े हादसे का इन्तजार कर रहे है। उसके बाद ही जब मीडिया में बिजली विभाग की भद पिटेगी तभी खुले में रखे ट्रांसफार्मर कवर्ड किये जायेंगे।