नई दिल्ली : दुनिया में बढ़ता तापमान कई परेशानियों की वजह बन रहा है। भारत में ही गर्मी से मरने वालों की संख्या 65 के पार पहुंच गई है। वहीं खाड़ी देश सऊदी अरब का और बुरा हाल है, पहले से ही सऊदी में जानलेवा गर्मी पड़ती है। लेकिन इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए तापमान 50 डिग्री के भी पार पहुंच गया है। मंगलवार को सऊदी सरकार ने जानकारी दी कि करीब 577 हज यात्रियों की भीषण गर्मी के चलते मौत हो गई है।
मरने वाले यात्रियों में सबसे ज्यादा मिस्र के करीब 323 यात्री शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि मरने वाले मिस्री नागरिकों में एक नागरिक की मौत भीड़ में टकराने के बाद घायल होने से हुई है, बाकी मौतों की वजह गर्मी को बताया गया है। मरने वाले हज यात्रियों में कई देशों के नागरिक शामिल हैं। जॉर्डन के करीब 60 हज यात्रियों की मौत हो गई है।
हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है और सभी बहैसियत मुसलमानों को कम से कम एक बार इसको करना जरूरी है। पिछले महीने जारी एक सऊदी रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन से हज यात्रा खासा प्रभावित हो रही है, रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन जगहों में हज किया जाता है, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस (0.72 डिग्री फ़ारेनहाइट) से बढ़ रहा है। सऊदी अरब के मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मक्का की ग्रांड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
बता दें पिछले साल भी हज दौरान गर्मी से करीब 240 हाजियों की मौत हुई थी। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक गर्मी से बीमार हुए करीब दो हजार हज यात्रियों का इलाज किया जा रहा है। वहीं मिस्र विदेश मंत्रालय मंगलवार को कहा कि कहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्र के लोगों की तलाश के लिए वे सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।