गोरखपुर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दशहरे के मौके पर चिड़ियाघर जाकर सफेद बाघिन को बाड़े में छोड़ा। इसके बाद उन्होंने रेस्क्यू कर आए दो तेंदुए के शावकों का नामकरण भी किया। इस दौरान उन्होंने शावकों को गोद में लेकर उन्हें बोतल से दूध भी पिलाया।
सीएम योगी ने मादा शावक का नाम चंडी रखा है जबकि दूसरे शावक का नाम भवानी रखा है। मुख्यमंत्री योगी ने इस दौरान वन्य जीव की वेशभूषा में आए बच्चों का हाल चाल पूछा। नाम के साथ जिस वन्य जीव का पोशाक था, उसके बारे में जानकारी ली। बच्चों को दुलार भी किया।
चिड़ियाघर में 35 एकड़ का वेटलैंड क्षेत्र है। प्रदेश में पहला चिड़ियाघर है, जहां इतने बड़े क्षेत्रफल में वेटलैंड फैला है। गोरखपुर चिड़ियाघर प्रदेश का इकलौता ऐसा चिड़ियाघर है, जिसके पास 34 एकड़ का प्राकृतिक वेटलैंड है। ठंड की शुरुआत के साथ इस वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों का दल उतर आता है।
इससे इसका महत्व बढ़ जाता है। पिछली ठंड में पक्षी लिटिल कारमोरेंट (जलकाग), लेसर एडजूटेंट, व्हीस्लिंग डक, नाइट हेरान जैसे दुर्लभ परिंदे वेटलैंड में उतरे थे। ये परिंदे अपनी चहचहाहट व अपनी मौजूदगी से चिड़ियाघर की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी वेटलैंड में रहने वाले जलीय जीवों पर स्पेशल कवर जारी किया। इससे चिड़ियाघर का महत्व बढ़ गया है।