यूनिफॉर्म सिविल कोड: बिस्सू मेले में सीएम धामी बोले- उत्तराखंड आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र, इसलिए यह जरूरी

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मोरी ब्लॉक के जखोल गांव में आयोजित बिस्सू मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां कई घोषणाएं की। उन्होंने सोमेश्वर महादेव मंदिर का सौंदर्यीकरण करने, सीएचसी पुरोला का उच्चीकरण कर उप जिला चिकित्सालय बनाने, पीएचसी मोरी को सीएचसी करने, नैटवाड सांकरी जखोल मोटर मार्ग को हाॅट मिक्स प्लान के तहत तैयार करने और नौगांव में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।
शुक्रवार को मोरी ब्लॉक के जखोल गांव में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बिस्सू मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मां गंगा का हमारा यह राज्य एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इसलिए यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) लाना हमारा उद्देश्य है। हमने नीति और कानून विशेषज्ञों सहित एक समिति बनाने का निर्णय लिया है जो यूसीसी के संबंध में एक मसौदा तैयार करेगी।
इससे पूर्व सीएम धामी ने गुरुवार को खोली ब्लॉक पर्यटक स्थल बधाणीताल में दो दिवसीय बधाणीताल पर्यटन एवं बैसाखी मेले का शुभारंभ किया था। इस अवसर पर
मोरी ब्लॉक के जखोल गांव में आयोजित बिस्सू मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां कई घोषणाएं की। उन्होंने सोमेश्वर महादेव मंदिर का सौंदर्यीकरण करने, सीएचसी पुरोला का उच्चीकरण कर उप जिला चिकित्सालय बनाने, पीएचसी मोरी को सीएचसी करने, नैटवाड सांकरी जखोल मोटर मार्ग को हाॅट मिक्स प्लान के तहत तैयार करने और नौगांव में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की।
शुक्रवार को मोरी ब्लॉक के जखोल गांव में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बिस्सू मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मां गंगा का हमारा यह राज्य एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इसलिए यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) लाना हमारा उद्देश्य है। हमने नीति और कानून विशेषज्ञों सहित एक समिति बनाने का निर्णय लिया है जो यूसीसी के संबंध में एक मसौदा तैयार करेगी।
इससे पूर्व सीएम धामी ने गुरुवार को खोली ब्लॉक पर्यटक स्थल बधाणीताल में दो दिवसीय बधाणीताल पर्यटन एवं बैसाखी मेले का शुभारंभ किया था। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बधाणीताल में पर्यटक आवास गृह बनाने, बधाणीताल का सौंदर्यीकरण और बरसिर-बधाणीताल मोटर मार्ग को हॉटमिक्स करने की घोषणा की थी।
विश्व धरोहर रम्माण मेले में शामिल होंगे सीएम
इस दौरान धामी ने कहा था कि देवभूमि उत्तराखंड में पौराणिक मेले, तीज-त्योहार की प्राचीन परंपरा है। कहा कि सरकार, इन प्राचीन सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शहरों से लेकर गांवों तक जनसमस्याओं के समयबद्ध निस्तारण के लिए ठोस व्यवस्था बनाई जाएगी। वहीं सलूड़ डूंग्रा गांव में होने वाला विश्व धरोहर रम्माण मेला इस साल 27 अप्रैल को होगा। गांव के पुरोहितों ने रम्माण मेले की तिथि घोषित की है। इस बार मेले में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री को भी आमंत्रित किया गया है।
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