बिजनौर। अब्दुल के निकाह से तीन घंटे पहले ही परिजनों को असहनीय दर्द ंमिला। इकलौता बेटा खोने के बाद माता-पिता की दुनिया ही उजड़ गई। अब्दुल मुत्तलिब के लिए पूरे परिवार ने बहुत सी खुशी पाल रखी थी। निकाह की तैयारी में हर तरफ खुशी का माहौल था। अब हर तरफ सिर्फ मातम व चीख-पुकार है। वहीं दुल्हन के हाथ की मेहंदी अभी सूखी नहीं थी।
मोहल्ला काजी सराय निवासी आरा मशीन कारोबारी इत्तफाल अहमद के बेटे अब्दुल मुत्तलिब प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था। उसका निकाह पड़ोस के हैंडीक्राफ्ट कारोबारी शेख अंजार की बेटी से तय हुआ था। रात में निकाह होना था। शादी कार्यक्रम धामपुर रोड स्थित मैरिज हॉल में था। विवाह समारोह की भव्य तैयारी पूरी हो चुकी थी। दुल्हन पक्ष के लोग मैरिज हॉल पहुंच चुके थे। वे भी बरात के स्वागत की तैयारी में लगे थे। आठ बजे निकाह का समय था। अब्दुल मुत्तलिब अपनी चार बहनों का इकलौता भाई था। सभी हर खुशी पूरी कर रहे थे। इत्तफाल भी बेटे की शादी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते थे। तमाम रिश्तेदार जमा थे। तीन घंटे बाद निकाह होना था, इसी दौरान अब्दुल की मौत की खबर मिलते ही हर तरफ मातम पसर गया। मृतक के मां -बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दूल्हे के घर से लेकर मंडप तक मातम है। जिसे सूचना मिली, वह इत्तफाल के घर की ओर दौड़ पड़ा।