देहरादून। तेजाब पीड़ितों को पेंशन देने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बनेगा। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के मुताबिक वर्तमान में कहीं भी तेजाब पीड़ितों को पेंशन की व्यवस्था नहीं है। महिला सशक्तिकरण विभाग ने हर महीने सात से दस हजार रुपये पेंशन का प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव को आगामी कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा।
मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि उत्तराखंड की एसिड अटैक पीड़ित महिलाएं कुछ समय पहले उनसे मिली थीं। इन महिलाओं का कहना था कि उनका सामाजिक और मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। तेजाब हमले के बाद से सरकारी और निजी किसी भी क्षेत्र में उन्हें नौकरी देने से लोग डर रहे हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो चुकी है।
सरकार कोई ऐसी व्यवस्था करे जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं की इस समस्या को देखते हुए इनको पेंशन देने की योजना बनाई जा रही है। वर्तमान में राज्य में इस तरह की 11 महिलाएं हैं। प्रत्येक पीड़ित महिला को सात से दस हजार रुपये तक हर माह पेंशन देने का प्रस्ताव है। पेंशन दिए जाने से ऐसी महिलाओं को काफी हद तक मदद मिलेगी।
कैबिनेट में इसे मंजूरी के बाद ही इस पर अमल हो पाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसी भी प्रदेश में तेजाब पीड़ितों को पेंशन नहीं दी जा रही है। उत्तराखंड में यदि इसे कैबिनेट की मंजूरी मिली तो उत्तराखंड तेजाब पीड़ितों को पेंशन देने वाला देश का पहला राज्य होगा।