रानीखेत (अल्मोड़ा)। चैबटिया, देहोली नागपानी सड़क के निर्माण पर एनओसी का ब्रेक लग गया है। बीच में सैन्य भूमि होने के कारण सेना के लखनऊ मुख्यालय के अनापत्ति प्रमाणपत्र न देने से फिलहाल सड़क निर्माण बंद कर दिया गया है। वहीं रोड कटान को ले जाई जा रही जेसीबी झूलादेवी मंदिर स्थित आर्मी गेट पर रोक दी गई। इसकी भनक पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। उधर, प्रभारी ईई ने कहा कि प्रशासन की मदद से दोबारा लखनऊ पत्राचार किया जाएगा।
दरअसल, चैबटिया छावनी क्षेत्र से लगे नागपानी व आसपास के गांवों को सड़क सुविधा के लिए सड़क को मंजूरी मिली थी। 2.80 करोड़ की लागत वाली रोड के मामले में वर्ष 2016-17 में वन भूमि हस्तांतरण की औपचारिकताएं पूरी की गई। विभागीय सूत्रों के अनुसार वन विभाग से अनापत्त्ति प्रमाण पत्र तो मिला। मगर सेना के लखनऊ मुख्यालय ने एनओसी नहीं दी थी। बहरहाल, छह माह पूर्व टेंडर हुए। शनिवार को जब कार्यदायी संस्था के लोग रोड कटान को जेसीबी मशीन सैन्य क्षेत्र से होकर ले जाने लगे तो आर्मी गेट पर रोक लिए गए।
जेसीबी रोके जाने पर मौके पर पहुंचे कालनू, देहोली, सिमोली व डूंगरी आदि गांवों के बाशिंदों ने सड़क को ग्रामीण विकास की कुंजी बताया। कहा कि जनहित के मद्देनजर सेना को रोड निर्माण की अनुमति देनी चाहिए। इस मौके पर ग्राम प्रधान मोहन राम, भूपेंद्र सिंह, राजेंद्र रावत, प्रेम राम, पूरन सिंह, हेमचंद्र सती, उमेश पाठक, पितांबर सती, कैलाश पाठक व कैलाश सती आदि मौजूद रहे।
सायं जिपं सदस्य धन सिंह रावत के नेतृत्व में ग्रामीण संयुक्त मजिस्ट्रेट नरेंद्र सिंह भंडारी से मिले। कहा कि सैन्य अधिकारियों से वार्ता कर प्रशासन को सड़क निर्माण को एनओसी दिलाने में मदद करे। जिपं सदस्य धन सिंह ने कहा कि सड़क न होने से तमाम गांवों के बाशिंदों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने सकारात्मक पहल का भरोसा दिलाया। इस मामले में संयुक्त मजिस्ट्रेट नरेंद्र भंडारी ने कहा कि सेना ने एनओसी नहीं दी है। ग्रामीण शिकायत करेंगे तो सैन्य अधिकारियों से वार्ता कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। लोनिवि के ईई कुंदन सिंह बिष्ट ने कहा कि चैबटिया देहोली नागपानी सड़क निर्माण के लिए पांच किमी लंबी रोड पर 200 मीटर का दायरा सैन्य क्षेत्र है। इसी भूखंड पर लखनऊ स्थित मुख्यालय से एनओसी ली जानी है। हालांकि, पूर्व में स्थानीय स्तर पर मिल गई थी। हमने प्रशासन से भी सहयोग मांगा है। अभी काम रोक दिया है।